नई दिल्ली।

सहाराश्री के लिए एक बुरी खबर है तो एक अच्‍छी खबर भी है। बुरी खबर यह है कि सहारा-सेबी विवाद में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सहारा ग्रुप से उसकी प्रॉपर्टी की लिस्ट मांगी है,  ताकि उसे नीलाम किया जा सके। लोनावाला के पास स्थित एम्बी वैली को भी अटैच करने का आदेश दिया गया है। अच्‍छी खबर यह है कि 600 करोड़ रुपये जमा करने पर कोर्ट ने सुब्रत रॉय सहारा की पैरोल दो हफ्ते बढ़ा दी है। यह 6 फरवरी को खत्म हो रही थी। मामले की अगली सुनवाई 27 फरवरी को होगी।

जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस एके सिकरी की बेंच ने सहारा को 20 फरवरी तक उसकी प्रॉपर्टी की लिस्ट भी देने को कहा है। कोर्ट ने कहा है कि ये प्रॉपर्टी सभी तरह के चार्ज से फ्री होनी चाहिए। सहारा से 14,799 करोड़ रुपये की रिकवरी की जानी है।

रिकवरी सहारा ग्रुप की दो कंपनियों एसआईआरईसीएल (सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड) और एसएचआईसीएल (सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड) से की जानी है।

क्या है सहारा समूह का विवाद?

सहारा ग्रुप की 2 कंपनियों-सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने रियल एस्टेट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर 3 करोड़ से ज्यादा इन्वेस्टर्स से 17,400 करोड़ रुपये जुटाए थे।

सितंबर, 2009 में सहारा प्राइम सिटी ने आईपीओ लाने के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा किए,  जिसके बाद सेबी ने अगस्त 2010 में दोनों कंपनियों की जांच के आदेश दिए थे। कंपनियों में गड़बड़ी मिलने पर विवाद बढ़ता गया और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की दोनों कंपनियों को निवेशकों के 36 हजार करोड़ रुपये लौटाने का आदेश दिया।

एम्बी वैली की कीमत 39 हजार करोड़ रुपये

अभी यह साफ नहीं है कि पूरी एम्बी वैली अटैच की जाएगी या इसका कुछ हिस्सा। माना जाता है कि इसकी टोटल वैल्यू करीब 39 हजार करोड़ रुपये है। यह देश की पहली लग्जरी प्लांड हिल सिटी है। इस टाउनशिप का एक-एक बंगला करोड़ों का है।

इसका खुद का रनवे है। दरअसल,  इसमें कई वीआईपी लोगों के बंगले हैं,  जो खुद के प्लेन रखते हैं। यह लोनावाला से 23 किलोमीटर दूर है। इसमें 3 मैनमेड लेक हैं। कुल 11 वाटर बॉडीज हैं। इनके अलावा यहां गोल्फ कोर्स, स्पैनिश कॉटेज,  इंटरनेशनल स्कूल,  प्ले ग्राउंड, फॉर्च्यून फाउंटेन है। यहां वाटर स्पोर्ट्स और स्काई डायविंग जैसी फेसेलिटीज भी हैं।

पिछली सुनवाई के दौरान सुब्रत रॉय के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट से कहा था कि ढाई साल में सहारा इन्वेस्टर्स के 11 हजार करोड़ रुपये लौटा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने पहले रॉय को 1000 करोड़ रुपये दो महीने में सेबी को लौटाने को कहा था। बाद में कोर्ट ने यह रकम कम कर दी और कहा कि 6 फरवरी तक उन्हें 600 करोड़ रुपये जमा कराने होंगे।