अाेपिनियन पाेस्ट ।

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में संदिग्ध आत्मघाती हमलों का सिलसिला रुकता हुआ नहीं दिख रहा है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को काबुल में एक मज़ार के पास बम विस्फोट हुआ जिसमें कम से कम 26 लोगों के मारे और 18 लोगों के घायल होने की आशंका है। माना जा रहा है कि ये बम धमाका एक आत्मघाती हमला था।

जिस जगह पर ये धमाका हुआ वहां अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोग बड़ी तादाद में मौजूद थे। काबुल से आ रही रिपोर्टों के मुताबिक़ मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है। अभी तक इन हमलों की किसी ने ज़िम्मेदारी नहीं ली है। अफ़ग़ानिस्तान में हाल के सालों में शिया समुदाय पर हमले बढ़े हैं। इनमें से ज़्यादातर हमलों की ज़िम्मेदारी खुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले चरमपंथी संगठन ने ली है।

अफ़ग़ानिस्तान

अफ़ग़ानिस्तान के गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि एक खुदकुश हमलावर साखी संप्रदाय के मज़ार के पास पैदल चलकर पहुंचा और जब पुलिस ने उसकी शिनाख़्त कर ली तो उसने ख़ुद को धमाके से उड़ा लिया। उन्होंने बताया कि ये धमाका काबुल यूनिवर्सिटी के पास अली आबाद हॉस्पिटल के बाहर हुआ।

इसी जनवरी में काबुल में तालिबान और इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी हमलों में कई लोग मारे गए थे जिससे शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। बीते कुछ महीनों में हुए हमलों में तालिबान ने सबसे जानलेवा हमला करने का दावा किया. इस हमले में विस्फोटकों से भरे एक एम्बुलेंस का इस्तेमाल किया गया था। इस धमाके में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए थे।