वीरेंद्र नाथ भट्ट। 

समाजवादी पार्टी को चुनाव से ठीक पहले बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विश्वस्त मंत्री और अमेठी से पार्टी के उम्मीदवार गायत्री प्रजापति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने गैंगरेप और यौन उत्पीड़न में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। सर्वोच्च न्यायालय ने इस मुद्दे पर यूपी सरकार से आठ सप्‍ताह के भीतर जवाब मांगा है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री से गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। उन्‍होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से स्पष्ट है कि महिला सुरक्षा प्रदेश सरकार के सामने गंभीर चुनौती है और सरकार अपनी ड्यूटी निभाने में अक्षम साबित हुई है।

इससे पूर्व 13 फरवरी को अखिलेश यादव के ख़ास विधायक और समाजवादी पार्टी के सुल्तानपुर सदर सीट से उम्‍मीदवार अरुण वर्मा पर भी बलात्कार पीड़ित महिला की ह्त्या का मामला जिले के जयसिंहपुर थाने में दर्ज हो चुका है। रिपोर्ट 22 वर्षीय महिला के पिता ने दर्ज कराई है।

उक्त महिला ने 2013 में विधयाक के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। अरुण वर्मा मुख्यमंत्री के कितने करीबी हैं इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अखिलेश यादव ने पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत सुल्तानपुर सदर सीट से की थी जबकि यहां मतदान पांचवें चरण में 27 फरवरी को होना है। अखिलेश यादव ने महिला की हत्‍या को विधायक के खिलाफ साजिश बताया है।

प्रजापति इस समय उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री हैं। पीड़िता उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज न होने पर सुप्रीम कोर्ट गई थी। उसका कहना था कि उसके साथ गैंगरेप हुआ और उसकी बेटी का भी यौन उत्पीड़न किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर तुरंत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। गायत्री प्रजापति पर आय से अधिक संपत्ति रखने,  अवैध कब्जे,  अवैध खनन सहित कई संगीन आरोप लग चुके हैं।

पिछले वर्ष सितंबर में अखिलेश यादव ने गायत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था लेकिन पिता मुलायम सिंह के दबाव में अखिलेश को दोबारा उन्हें सरकार में शामिल करना पड़ा। बताया जाता है कि पीड़िता चित्रकूट की रहने वाली है और उसका आरोप है कि प्रजापति ने समाजवादी पार्टी में अच्छा पद दिलाने का लालच देकर उसे अपने जाल में फंसाया और पिछले दो साल में कई बार उसके साथ गैंगरेप किया।

अमेठी विधान सभा सीट से कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह और पहली पत्नी गरिमा सिंह भारतीय जनता पार्टी से उमीदवार हैं।