अॉगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी समेत तीन अभियुक्तों को 30 दिसंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले 14 दिसंबर को हुई सुनवाई के दौरान तीन दिन के लिए आरोपियों की रिमांड बढ़ाई गई थी। इस मामले में त्यागी ने पटियाला हाउस की विशेष सीबीआई अदालत में जमानत याचिका दाखिल की है मगर उन्हें राहत नहीं मिल सकी। उनकी जमानत याचिका पर 21 दिसंबर को सुनवाई होगी।

पूर्व एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी को सीबीआई ने इस मामले में इसी महीने गिरफ्तार किया था। इस मामले में सीबीआई ने उनके रिश्ते के भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी और गौतम खेतान को भी 9 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। ये दोनों भी 450 करोड़ रूपये के हेलीकाप्टर सौदा रिश्वत मामले में आरोपी हैं। एसपी त्यागी देश के ऐसे पहले सेना प्रमुख हैं जिनकी भ्रष्टाचार के किसी मामले में गिरफ्तारी हुई है।

सीबीआई ने तीनों की हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग करते हुए अदालत से कहा, ‘यह हाई-प्रोफाइल मामला है और हमें उचित सामग्री चाहिए। अपराध के एक हिस्से को अंजाम भारत में दिया गया जबकि अन्य विभिन्न कोण विदेश में हैं।’ सीबीआई ने कहा कि उसने विभिन्न देशों से मदद मांगी है जिसमें इटली, मॉरीशस, स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन शामिल हैं। षड्यंत्र की तह तक पहुंचने के लिए उनसे हिरासत में और पूछताछ की जरूरत है। हालांकि त्यागी के वकील ने सीबीआई की अर्जी का विरोध किया और कहा कि ‘वह देश के एक अलंकृत युद्ध नायक थे’ और ‘सीबीआई उनकी छवि खराब करने का प्रयास कर रही है जिसे उच्चतम न्यायालय ने पिंजरे में बंद तोता करार दिया था।’