ओपिनियन पोस्ट
लखनऊ । उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवाने के बाद समाजवादी पार्टी में हार को लेकर मंथन शुरु हो गया है। चुनावी नतीजों में मिली शर्मनाक हार के बाद ये माना जा रहा था कि पार्टी में उथल-पुथल चुनाव से पहले हुई थी और जो पारिवारिक विवाद देखने को मिला था वो शायद ठीक कर लिया जाएगा। लेकिन पार्टी में ऐसा नहीं होता दिख रहा है। आज शुरू हुई बैठक में पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता पहुंच चुके, लेकिन मुलायम सिंह यादव-शिवपाल यादव और आजम खान नहीं पहुंचे।
शिवपाल यादव पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य नहीं हैं. ऐसे मे वे तभी आ सकते थे जब उन्हें बुलाया जाता। हालांकि इस बैठक में पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के अब तक न पहुंचने से अटकलें लगाई जा रही हैं। बैठक में शामिल होने के लिए प्रोफेसर रामगोपाल यादव , जावेद आब्दी, जो एंटोनी, रामगोविंद चौधरी, किरण मय नंदा, जया बच्चन पहुंचीं।
दरसअल, शनिवार को समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी। 11 बजे होने वाली इस बैठक में संसदीय बोर्ड के सदस्य और बड़े पदाधिकारियों को बुलाया गया है, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि इस बैठक की लिस्ट में शिवपाल और मुलायम सिंह यादव का नाम गायब है। इस बैठक से पहले ये माना जा रहा था कि मुलायम और शिवपाल इस बैठक में शामिल हो सकते हैं, लेकिन मुलायम-शिवपाल को इस बैठक में नहीं बुलाया गया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की लिस्ट में पदाधिकारियों और सदस्यों समेत 59 लोगों को शामिल किया गया है।
इस बैठक में यूथ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी शामिल हो सकते हैं। सभी प्रदेशों के प्रदेश अध्यक्ष भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं। पार्टी कार्यालय पर 11 बजे शुरू होने वाली इस बैठक में सपा को फिर से मजबूत बनाने की रणनीतियों पर चर्चा होगी साथ ही विधानसभा चुनाव में भितरघात करने वाले नेताओं पर भी गाज गिर सकती है। उन्हें पार्टी से निकाला भी जा सकता है।
इन मुद्दों पर हो रही चर्चा
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सपा की हार के कारणों पर भी चर्चा हो सकती है। सपा की स्थापना के बाद पहली बार पार्टी को इतनी बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने बताया कि बैठक में सदस्यता अभियान, राज्य सम्मेलनों के आयोजन व संगठन से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श होगा।
कई अहम प्रस्तावों पर लगेगी मुहर
रामगोपाल यादव ने सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी 46 सदस्य बुलाए हैं। माना जा रहा है कि चल रही इस बैठक में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है।
सपा-कांग्रेस गठबंधन पर भी फैसला !
लोकसभा चुनाव तक सपा-कांग्रेस गठबंधन जारी रहेगा या नहीं, इस पर भी आज फैसला हो सकता है। पार्टी के नेताओं में कांग्रेस से गठबंधन पर अलग-अलग राय है। शनिवार को यह भी तय हो सकता है कि सपा-कांग्रेस गठबंधन जारी रहेगा या नहीं।