नई दिल्ली। शिवपाल के इस्‍तीफा बम की गूंज बहुत दूर तक पहुंची है। कल तक सब कुछ ठीक कहने वाले शिवपाल ने आखिर यह क्‍या कर दिया। शायद यही वजह है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पर इस वक्त पूरे देश की नजर है। उत्‍तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद शिवपाल यादव के घर के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगा है। शुक्रवार सुबह अपने समर्थकों से शिवपाल यादव ने पार्टी दफ्तर लौट जाने की गुजारिश करते हुए कहा कि वहां जाकर नेताजी का इंतजार करें। शिवपाल के समर्थकों ने रामगोपाल यादव के विरोध में नारेबाजी भी की, लेकिन शिवपाल यादव ने कहा कि वह हर हाल में पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के साथ हैं। शिवपाल यादव अपने बेटे आदित्य के साथ मुलायम सिंह से मिलने पहुंचे। मुलायम सिंह ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से शिवपाल का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है।

शिवपाल ने यूपी  कैबिनेट और सपा के सभी पदों को छोड़ दिया है। मुख्‍यमंत्री  अखिलेश ने भी मंत्रिमंडल से उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। मुलायम सिंह से मिलने जाने के पहले शिवपाल यादव ने कहा था कि ‘नेताजी का संदेश, हमारे लिए आदेश है।’ इस बीच, मनाने की कोशिशें भी हुईं। यूपी विधानसभा के अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे शिवपाल यादव को मनाने उनके घर पहुंचे थे। समाजवादी पार्टी में परिवार का झगड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुलायम सिंह के भाई शिवपाल यादव ने बृहस्‍पतिवार को यूपी की अखिलेश सरकार में मंत्री पद और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद समाजवादी पार्टी अभूतपूर्व संकट में फंस कर टूट के कगार पर पहुंच गई है। शिवपाल बगावत के मूड में हैं। उनके पक्ष में गोलबंदी भी तेज हो गई है। लखनऊ में शिवपाल यादव के घर के बाहर सुबह से ही समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है। शिवपाल के समर्थन में नारेबाजी हो रही है। इस बीच, अखिलेश मंत्रिमंडल से हटाए गए गायत्री प्रजापति ने शिवपाल यादव से मुलाकात की।