akhilesh yadav

बसपा के साथ गठबंधन के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस बार वह खुद चुनाव मैदान में उतर सकते हैं. इसलिए एक ऐसी सीट तलाश की जा रही है, जहां से जीतना आसान हो. कुछ समय पहले उन्होंने अपनी पत्नी डिंपल के बारे में कहा था कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी और उनकी सीट से वह खुद चुनाव लड़ेंगे. लेकिन, कांग्रेस ने जब उत्तर प्रदेश में अपने 11 उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए उन्नाव सीट से अनु टंडन को उम्मीदवार बनाया, तो अखिलेश ने डिंपल को वहां से चुनाव लड़ाने का फैसला किया और उनकी उम्मीदवारी घोषित कर दी. ऐसे में, अखिलेश के लिए सीट तलाश की जा रही है. बता दें, साल 2014 में मुलायम सिंह परिवार के चार सदस्य चुनाव लड़े थे. मुलायम सिंह मैनपुरी और आजमगढ़ से चुनाव लड़े थे. डिंपल कन्नौज, धर्मेंद्र बदायूं और अक्षय फिरोजाबाद से लड़े थे. समाजवादी पार्टी ने इन पांचों सीटों पर जीत दर्ज की थी. बाद में मुलायम सिंह ने मैनपुरी सीट छोड़ दी और आजमगढ़ सीट अपने पास रखी. इसके बाद मैनपुरी सीट पर हुए उपचुनाव में मुलायम सिंह के पौत्र तेज प्रताप ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. इस बार मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह लड़ेंगे. ऐसे में, अखिलेश और तेज प्रताप के लिए सुरक्षित सीट खोजी जा रही है. सपा की ओर से जारी नौ उम्मीदवारों की पहली सूची में परिवार के चार सदस्यों के नाम हैं. मुलायम सिंह मैनपुरी, डिंपल यादव उन्नाव, धर्मेंद्र यादव बदायूं और अक्षय यादव फिरोजाबाद से लड़ेंगे. बताया जाता है कि परिवार का गढ़ मानी जाने वाली इन चार सीटों के अलावा दो और सीटों पर सपा का कोर वोट मजबूत है. अखिलेश खुद आजमगढ़ या संभल से चुनाव लड़ सकते हैं. हो सकता है कि अखिलेश और तेज प्रताप इन दोनों सीटों पर लड़ें.