मुंबई। पुलिस अब संदिग्‍धों की तलाश स्‍केच के जरिये कर रही है। उसने पड़ोसी रायगढ़ जिले में उरण स्थित नौसैन्य प्रतिष्ठान के पास दिखे संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं। इन संदिग्धों को ढूंढ़ने के लिए विभिन्न एजेंसियों के खोजी अभियान जारी हैं और मुंबई के तटीय इलाकों और आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।

पुलिस ने कहा कि हथियारों से लैस संदिग्धों को देखने वाले कुछ स्कूली बच्चों से मिले ब्यौरे के आधार पर संदिग्धों के स्केच जारी किए गए। उरण और आसपास के इलाकों के स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। नौसैन्य प्रवक्ता राहुल सिन्हा ने पहले कहा था, ‘रिपोर्टों के अनुसार, पठानी सूट पहने पांच से छह लोगों को देखा गया था और वे हथियार लिए हुए थे और कमर पर बैग टांगे हुए थे।’

कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि ये संदिग्ध सैन्य वर्दी में थे। नौसेना, तटरक्षक, सीआईएसएफ और त्वरित प्रतिक्रिया बल की मदद से उरण और करांजा इलाकों में खोजी अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन पुलिस को अब तक संदिग्धों का सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस ने कहा कि नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) और राज्य पुलिस की विशेष इकाई फोर्स वन को भी खोज कार्य में लगा दिया गया है।

नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त ने पूरी रात शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलकर स्थिति का जायजा लिया। इलाके में पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है। रायगढ़ के उरण स्थित नौसैन्य प्रतिष्ठान के पास कुछ लोगों के समूह को संदिग्ध अवस्था में देखे जाने के बाद कल मुंबई के तटीय एवं आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। इस अलर्ट से चार ही दिन पहले उड़ी में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे।

नौसेना ने निगरानी के लिए अपने हेलीकॉप्टर उतार दिए हैं और पोतों एवं तेज गति की नौकाओं की मदद से समुद्र में गश्त बढ़ा दी है। पुलिस ने कहा कि इन संदिग्धों को सबसे पहले उरण एजुकेशन सोसाइटी स्कूल के कुछ बच्चों ने देखा था। इसके बाद उनके शिक्षक ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पश्चिमी नौसैन्य कमान ने मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और रायगढ़ तटों के आसपास ‘उच्चतम स्तर का अलर्ट’ जारी कर दिया।

इन इलाकों में कई संवेदनशील प्रतिष्ठान और संपत्तियां हैं। पश्चिमी भारत का सबसे बड़ा नौसैन्य अड्डा, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, उर्वरक संयंत्र, रिफाइनरी, बिजली संयंत्र और जेएनपीटी बंदरगाह भी उरण के पास ही हैं। 26/11 के हमलों के बाद से तटीय सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता रही है। उन हमलों को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी समुद्री मार्ग से आए थे और उन्होंने मुंबई में कई स्थानों को निशाना बनाया था। उरण के पास स्थित प्रतिष्ठान में मारकोस की आवासीय इकाइयां भी हैं। मारकोस नौसेना की विशेष इकाई है।