वीरेंद्र नाथ भट्ट।

पिछले लगभग छह महीने से समाजवादी पार्टी के प्रथम परिवार यानी मुलायम सिंह के कुनबे में जारी घमासान के बीच एक अच्छी खबर आई है। मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना ने सैफई में वोट डालने के बाद कहा कि  अखिलेश और प्रतीक मेरी दो आंखें हैं, मेरे दो बेटे हैं और अखिलेश बड़ा बेटा है। डिम्पल मेरी बड़ी बहू है। हमने अखिलेश की शादी कराई, उसको चुनाव लड़वाया और लोक सभा का सदस्य बनवाया।

साधना के कहा कि जब कोई अखिलेश को मेरा सौतेला बेटा कहता है तो उन्हें बहुत बुरा लगता है। टेलीविज़न चैनल पर उनको साधना गुप्ता कहे जाने पर कड़ी आपत्ति करते हुए साधना ने कहा कि उनको साधना यादव कहा जाए।

समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य उदय वीर सिंह द्वारा उन पर आरोपों के बारे में पूछे जाने पर साधना यादव ने कहा, ‘गंदे लोगों और दैत्य से तो देवता भी हार गए, गंदा बोलने वालों का हम क्या जवाब दें।

समाजवादी पार्टी में विवाद के दौरान पिछले वर्ष नवम्बर में अखिलेश यादव के विश्वस्त साथी और मैनपुरी से विधान परिषद के सदस्य उदयवीर सिंह ने मुलायम सिंह यादव को पत्र लिख कर साधना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए थे। उदयवीर ने कहा था कि शिवपाल यादव के साथ मिलकर साधना अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए साजिश रच रही हैं। साथ ही उन पर यह आरोप भी जड़ा था कि वो तंत्र मंत्र और जादू टोना का भी सहारा लेकर अखिलेश को सत्ता से बेदखल करने की साजिश में लिप्त हैं।

उदयवीर सिंह ने अपने पत्र में मुलायम सिंह से मांग की थी की वो राष्ट्रीय अध्यक्ष पद अपने बेटे अखिलेश यादव को सौंप दें। इस पत्र के बाद मुलायम सिंह के आदेश पर समाजवादी पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने उदयवीर सिंह को पार्टी के छह वर्ष के लिए निकाल दिया था।