संध्या द्विवेदी ।कश्मीर को लेकर सेना और वहां के अलगाववादियों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बनी हुई है। सेना की पैलेट गन की गोलीबारी और अलगाववादियों की पत्थरबाजी चर्चा में हैं। पैलेट गन के दुष्परिणाम को देखते हुए अब उसका विकल्प भी सरकार को खोजना पड़ा। पावा य़ानी मिर्ची बम का इस्तेमाल अब कश्मीर की सेना पैलेटगन की जगह करेगी। इस बीच सोशल मीडिया पर राहुल महाजन के सर्वे ने कश्मीर में लगी आग को और भड़का दिया।

भाजपा नेता प्रमोद महाजन के बेटे राहुल महाजन ने ट्विटर अकाउंट में एक सवाल पूछा। सवाल था, सेना को कश्मीर में क्या इस्तेमाल करना चाहिए? इस सर्वे में उनके 3573 फॉलोवर्स ने हिस्सा लिया। राहुल महाजन ने इस सर्वे का नतीजा जब अपने ट्विटर अकाउंट में पोस्ट किया तो हल्ला तो मचना ही था। इसमें 76 प्रतिशत लोगों ने कहा रियल गन यानी असली बंदूक सेना को इस्तेमाल करनी चाहिए। 19 प्रतिशत लोग पैलेट गन के इस्तेमाल के साथ थे, तीन प्रतिशत ने कहा छड़ी, तो दो प्रतिशत ने कहा पत्थरबाजी का जवाब पत्थरबाजी से ही देना ठीक रहेगा। पैलेट गन इस्तेमाल करने की राय पर बवाल छिड़ गया। राहुल महाजन के इस सर्वे ने कश्मीरी सोशल मीडिया में हंगामा खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया में राहुल महाजन के सर्वे वाली पोस्ट का स्नैपशॉट लेकर कश्मीर से जुड़े कुछ लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए पोस्ट किए हैं। #Kashmir Shameful! यानी शेमफुल कश्मीर हैटटैग के साथ लोगों ने लिखा ‘भारतीय किस तरह से हिंसा को सराह रहे हैं, सेना को कश्मीरी नागरिकों पर हमले करने के लिए उकसा रहे हैं।‘ कश्मीर हैसटैग के साथ हेट स्पीच यानी भड़काऊ, या नफरत फैलाने वाले पोस्ट लगातार किए जा रहे हैं।

स्थानीय कश्मीरी नागरिक जो कि कश्मीर की जमीनी हकीकत को अपने नजरिए से लिख रहे हैं, उन पर गालियों की बौछार लगातार हो रही है। मुस्लिम कश्मीरी ने पोस्ट में लिखा, रियल और वर्चुअल दोनों तरह की जिंदगी में हम लागातार हिंसा का शिकार हो रहे हैं! क्या कोई हमें आभाषी और असल जिंदगी में हिंसा का शिकार होने से बचाएगा? क्या यह मानव अधिकारों का हनन नहीं है? एक दूसरे भाजपा नेता हरि ओम ने लिखा “#KashMuslims मुख्यमंत्री कार्यालय, सचिवालय, राजनैतिक और प्रशासनिक सभी अहम पदों में कश्मीरी मुस्लिम ही काबिज हैं। इससे ज्यादा उन्हें और क्या चाहिए?  फिलहाल कश्मीर में रियल और वर्चुलअ दोनों ही तरह की जंग जारी है।