ओपिनियन पोस्‍ट।

खुफिया एजेंसियों के कई अलर्ट के बावजूद सिखों के सबसे पवित्र शहर अमृतसर में निरंकारी डेरे पर ग्रेनेड हमले और उसमें तीन लोगों की मौत ने सूबे में सुरक्षा बंदोबस्त की पोल खोलकर रख दी है। पंजाब पुलिस ने कहा है कि वह इसे एक आतंकी हमला मान रही है। हमले की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए कर रही है।

निरंकारी भवन में जिस वक्त हमला किया गया वहां 250 लोग मौजूद थे। हमले में 20 लोग घायल भी हो गए थे। वहां हर रविवार को प्रवचन का आयोजन होता है। इस घटना के बाद पंजाब सहित राजधानी दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में हाइअलर्ट जारी कर दिया गया है।

हमलावरों की सीसीटीवी में कैद फोटो जारी कर दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर हमलावरों के स्कैच वायरल हो रहे हैं। पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने हमलावरों और हमले में शामिल संदिग्‍धों की गिरफ्तारी के लिए 50 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। जानकारी पंजाब पुलिस के हेल्‍पलाइन नंबर 181 पर दी जा सकती है।

प्रत्‍यक्षदर्शियों ने हमलावरों की संख्‍या तीन बताई है तो पुलिस यह संख्‍या दो बता रही है। सीसीटीवी फोटो में भी बाइक पर दो ही हमलावर नजर आ रहे हैं। कांग्रेस विधायक राज कुमार विर्क ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा कि यह विस्फोट खुफिया एजेंसियों की नाकामी का परिणाम है, जबकि खुफिया एजेंसियों ने चार दिन पहले ही पंजाब को लेकर अलर्ट जारी किए थे।

बीते बुधवार की सुबह खबर आई कि पंजाब के गुरदासपुर और पठानकोट में एक गाड़ी को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया और उसे पकड़ने के लिए नाकेबंदी की गई। तब पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा पठानकोट और गुरदासपुर के पुलिस चीफ के साथ संपर्क में थे। दरअसल, मंगलवार को देर रात एक इनोवा गाड़ी छीनी गई थी।

पहला अलर्ट 14 नवंबर यानी बुधवार को जारी हुआ और दूसरा दो दिन पहले यानी शुक्रवार को। हमला रविवार को हुआ। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था कि आतंकी दहशत फैलाने के इरादे से कश्मीर के तीन आतंकी संगठनों को मिलकर काम कर रहे हैं। अलर्ट में जम्मू, पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत चुनावी रैलियों वाले इलाके निशाने पर हैं।

बताया जा रहा है कि इस हमले की साजिश अलकायदा के लिंक ग्रुप अंसार गजवात अल हिंद ने रची है। लश्करे तैयबा का जीनत उल इस्लाम भी शामिल है। अलर्ट में बताया गया था कि जाकिर मूसा के कहने पर उसके साथी रेहान ने कई जगहों की रेकी है। जाकिर मूसा अंसार गजवात अल हिंद का भारतीय मुखिया है। खूंखार आतंकवादी जाकिर मूसा और उसके साथियों को अमृतसर में देखा गया था।

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और आम आदमी पार्टी (आप) ने अमृतसर में ग्रेनेड हमले को लेकर कांग्रेस की अगुवाई वाली पंजाब सरकार की आलोचना की और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पंजाब में कानून व्यवस्था बिगड़ी है।