पठानकोट। उड़ी हमले के बाद पाकिस्‍तान की एक-एक हरकत पर नजर रखी जा रही है और पुलिस किसी भी संदिग्‍ध गतिविधि पर सतर्कता बरत रही है। खास कर सीमा से सटे इलाकों में चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस को कुछ लोगों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में खुफिया खबर मिली है। स्थानीय निवासियों ने सुरक्षा बलों को दो-तीन ‘संदिग्ध पुरुषों’ को सेना की वर्दी में देखे जाने की सूचना दी। उसी संदर्भ में पठानकोट में मंगलवार को हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। पठानकोट-डलहौजी मार्ग पर बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है।

जिले में पंजाब पुलिस ने खोजी अभियान के लिए स्वान टीम सहित करीब 400 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है। इसी जिले में जनवरी में वायुसेना के अड्डे पर सीमापार के आतंकवादियों ने हमला किया था। पठानकोट के एसएसपी राकेश कौशल ने कहा, ‘पठानकोट डलहौजी मार्ग पर घूम रहे कुछ संदिग्ध लोगों की उपस्थिति के बारे में खुफिया सूचना थी।

इसके बाद यहां बड़े स्तर पर खोजबीन शुरू की गई है।’ उन्होंने कहा, ‘संदिग्धों का पता लगाने के लिए पठानकोट-डलहौजी मार्ग पर क्षेत्र की घेराबंदी की गई है।’ पुलिस ने कहा कि सेना को भी अलर्ट किया गया और चौकसी बढ़ा दी गई है। हालांकि सुरक्षा बलों की तरफ से पठानकोट और गुरदासपुर में इस साल जनवरी से करीब हर महीने तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

उड़ी कैंप में भी सेना की वर्दी में घुसे थे आतंकी

पिछले 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उड़ी आर्मी बेस में आतंकी हमला हुआ था। चार आतंकी आर्मी की यूनिफॉर्म में घुसे थे। ऐसा कहा गया कि यूनिफॉर्म पहने होने की वजह से वे कैंप में बिना रोकटोक के 150 मीटर तक घुस गए थे। इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे।