नई दिल्ली। नया पैन कार्ड आप घर बैठे बनवा सकते हैं। उसके लिए सबसे पहले इनकम टैक्स के पैन सेवा (सर्विस यूनिट) से जुड़ी वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद नया पैन कार्ड बनाने का विकल्प चुनना होगा। नए पैन कार्ड का आवेदन करने के लिए आपको फॉर्म 49-ए भरना पड़ेगा। फॉर्म के साथ विभाग की ओर से मांगी गई सभी जानकारी देनी होगी। जब आप पूरा फॉर्म भरकर इसे जमा कर देंगे तो आपको 15 अंकों का एक्नॉलेजमेंट नंबर मिल जाएगा और आपको यह नंबर संभाल कर रखना होगा।

फॉर्म का प्रिंट आउट लेकर इसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में भेजना पड़ेगा और इसके साथ कुछ और डॉक्यूमेंट्स लगाने होंगे। फॉर्म में फोटो के स्थान पर फोटो जरूर लगा दें। पैन कार्ड घर मंगवाने के लिए आपको 96 रुपये फीस के रूप में भुगतान करना होता है। शुल्क देने के बाद आपको इसकी रसीद ऑनलाइन मिल जाएगी। इसका प्रिंट लेकर इसे आपको फॉर्म के साथ भेजना होगा। फॉर्म भेजते समय उसके ऊपर पैन कार्ड के लिए आवेदन और उसके आगे वो नंबर लिख दें।

सरकार ने नए डिजाइन वाला स्थायी खाता संख्या-परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) कार्ड जारी करना शुरू कर दिया है। इसमें अतिरिक्त सुरक्षा खूबियां जोड़ी गई हैं। इससे किसी तरीके से छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। इसमें सामग्री हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में छपी होती है।

आयकर विभाग के एक उच्च अधिकारी ने उक्‍त जानकारी दी और बताया कि नए रूप वाले पैन कार्ड को एनएसडीएल और यूटीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज लिमिटेड ने छापा है। इसका वितरण एक जनवरी से शुरू हो गया है। ये कार्ड नए आवेदकों को जारी किए जा रहे हैं।

अधिकारी ने कहा कि नए पैनकार्ड का वितरण एक जनवरी से शुरू हो गया है, लेकिन यह सिर्फ नए आवेदकों के लिए है। सरकार ने इस कार्ड में नया फीचर क्विक रेस्पॉन्स (क्यूआर) कोड जोड़ा है जिससे इसके सत्यापन की प्रक्रिया में मदद मिलेगी। सरकार के अनुमान के अनुसार देश भर में हर साल 2.5 करोड़ लोग पैनकार्ड के लिए आवेदन करते हैं।

पिछले साल जुलाई में ही सरकार ने पैन कार्ड आवेदन की प्रक्रिया सरल करने का काम किया था और इसके जरिये केवल 3-4 दिनों में आवेदनकर्ता को पैन कार्ड देने की व्यवस्था चालू की गई थी। वहीं नकली पैन कार्ड को पहचानने के लिए भी आईटी विभाग ने नई व्यवस्था की है जिसके जरिये टैक्स अधिकारियों और पैन जारी करने वाले मध्यस्थों को नकली पैन संख्या को पहचानने में मदद मिलती है।

इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट ने इलेक्ट्रानिक स्मार्ट प्लेटफार्म इंकम टैक्स बिजनेस एप्लीकेशन-परमानेंट एकाउंट नंबर (आईटीबीए-पैन) परिचालन में ले आया था जिससे जब भी आयकर विभाग द्वारा जारी विशेष पहचान संख्या के लिए नया आवेदन उनके इस पोर्टल पर पहुंचेगा,  नकली पैन की पहचान करने में मदद मिलेगी। इस नई इलेक्ट्रानिक प्रणाली से नकली कार्ड को तुरंत पहचाना जा सकेगा।