देश में वीआईपी कल्चर को खत्म करने के खिलाफ प्रधानमंत्री की मुहिम तेज हो गई है। गाड़ियों पर लाल बत्ती लगाने पर मोदी की रोक के बाद एक महीना पहले सत्ता संभालने वाले योगी आदित्यनाथ ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए हैं-

  1. सीएम योगी ने पूरे राज्य में 21 अप्रैल से ही लाल और नीली बत्ती के इस्तेमाल पर ब्रेक लगाने का आदेश जारी कर दिया था। जो आज से लागू हो गया। आदेश के मुताबिक कोई भी नेता, मंत्री या अधिकारी अपनी गाड़ियों पर लाल और नीली बत्ती नहीं लगाएगा। सीएम योगी ने पीएम मोदी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा था- लालबत्ती हटाने के केन्द्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले का हम स्वागत करते हैं। हर भारतीय VIP हैं।
  2. लाल और नीली बत्ती हटाने के बाद सीएम योगी ने जेल में चल रही वीआईपीगीरी को भी खत्म करने के लिए कड़ा कदम उठाया है। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य भर की जेलों में बंद सभी माफिया डॉन और सामान्य अपराधियों को एक जैसा खाना और अन्य सुविधाएं दी जाए। सीएम ने कहा कि ऐसा अक्सर सुनने में आया है कि माफिया डॉन जेल में बंद रहकर भी सुख-सुविधाओं से रह रहे होते हैं। और फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा
  3. सत्ता संभालते ही सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि यूपी में अब जनता और कानून का राज होगा। दफ्तरों में अनुशासन होना चाहिए। इसके लिए योगी ने कई दफ्तरों का औचक निरीक्षण किया और अधिकारियों को साफ कहा गया कि लोगों की शिकायतें सुनें और उनपर तुरंत कार्रवाई करें।
  4. अपने गैर जिम्मेदार रवैये के लिए बदनाम रही यूपी पुलिस को भी सीएम योगी ने कड़े हाथों लिया है। महिला सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दस्ते के बाद पुलिस थानों में तैनाती और साफ-सफाई पर जोर दिया वहींयोगी सरकार ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे रोज एक घंटे पैदल चलकर जनता की समस्याओं को जानें और उनपर कार्रवाई करें। सीएम योगी ने कहा कि पुलिस के जनता के बीच रहने से लोगों का कानून-व्यवस्था में भरोसा बनेगा।
  5. योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही राज्य के मंत्रियों से संपत्ति का ब्यौरा मांगा था। इसी क्रम में अब सीएम योगी ने आईएएस अफसरों से भी 25 अप्रैल तक संपत्ति का ब्योरा  के सख्त निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने आईएएस अफसरों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए पहले समय सीमा 15 अप्रैल रखी थी जिसे बढ़ा कर अब 25 अप्रैल कर दिया गया है।