नई दिल्‍ली।

दुनिया भर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को एक बड़ा झटका लगा है। नाइजीरिया में हुए जोरदार आत्मघाती धमाके इसी बात की तस्‍दीक करते हैं। धमाके इतने जबरदस्‍त थे कि इनकी चपेट में आने से 60 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।

हमले नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में मंगलवार की रात एक मस्जिद और एक बाजार में हुए। धमाकों को अंजाम देने के तरीके से आशंका जताई जा रही है कि हमले आतंकी संगठन बोको हराम ने किए, हालांकि अभी किसी आतंकी संगठन ने जिम्‍मेदारी नहीं ली है।

नाइजीरिया में ये हमले ऐसे वक्‍त पर हुए हैं, जब एक दिन पहले सोमवार को ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्‍लामी आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में ज्‍यादा सहयोग का वादा किया। उन्‍होंने घोषणा की कि बोको हराम के खिलाफ लड़ाई में मदद बढ़ाई जाएगी।

इन धमाकों को कम उम्र के लड़कों ने अंजाम दिया है। धमाका अदमवा राज्य की राजधानी योला से करीब 200 किलोमीटर दूर मुबी में हुआ है। राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (एनईएमए) के इमाम गार्की ने कहा कि पुलिस और रेड क्रॉस के साझा मूल्यांकन में पाया गया कि 26 लोग मारे गए और 56 घायल हो गए, जिनमें से 11 लोगों की हालत गंभीर बनी है। उन्हें योला में संघीय चिकित्सा केंद्र भेज दिया गया है।

उधर, मुबी सामान्य अस्पताल में एक मेडिकल सूत्र ने कहा कि उन्हें 37 शव मिल चुके थे, जबकि राहत अभियान में शामिल एक कर्मी ने बताया कि उसने 42 शवों और 68 घायलों की गिनती की थी। पीड़ितों के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले दो स्थानीय लोगों ने कहा कि मृतकों की संख्या बहुत ज्यादा है और ये संख्या और बढ़ भी सकती है।

मुहम्मद हामिदु ने कहा, “कब्रिस्तान से लौटने तक मैं 68 लोगों के अंतिम संस्कार में हिस्सा ले चुका था। पीड़ित परिवारों का अपने परिजनों के शवों को लाने के सिलसिला जारी था। मुझे लगता है कि मुबी पर हुआ ये सबसे बड़ा हमला है।” अब्दुल्लाई लबरान ने बताया, “जब हम लौटे तो 73 ताजा खोदी गई कब्रों में पीड़ितों को दफनाया जा चुका था। अस्पताल में अभी भी लावारिस लाशें पड़ी हुई हैं।” नाइजीरिया में मृतकों की संख्या को लेकर विवाद कोई नई बात नहीं हैं। अधिकारी पहले भी मारे गए लोगों की संख्या को कम करके दिखा चुके हैं।

इससे पहले भी हुए हमले

24 अप्रैल को भी नाइजीरिया के सुदूर पूर्वोत्तर क्षेत्र में बोको हराम के संदिग्ध आतंकवादियों ने अलग-अलग हमले में 21 लोगों की हत्या कर दी थी। बोको हराम इससे पहले कई बार स्‍कूली लड़कियों का भी अपहरण कर चुका है।