सूखे की मार झेल रहे महाराष्ट्र में 1 मई के बाद आईपीएल के मैच नहीं होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल मैंचों को लेकर मुंबई और महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन की याचिका खारिज कर दी है। चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि सूखे के चलते लोगों को पानी नहीं मिल रहा है और ऐसे में मैचों को बाहर ले जाना बेहतर होगा। इस आदेश से सुप्रीम कोर्ट ने इशारा कर दिया है कि बॉम्बे हाईकोर्ट का आदेश सही है कि लोगों की जिंदगी से बढ़कर क्रिकेट नहीं है।

सुनवाई के दौरान मुंबई की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी और महाराष्ट्र क्रिकेट की ओर से पी चिदंबरम पेश हुए। सिंघवी ने कहा कि वानखेडे में चार मैचों के लिए 8-10 लाख लीटर पानी की जरूरत है और वो सीवर का ट्रीटमेंट वाला पानी इस्तेमाल करेंगे। लेकिन चीफ जस्टिस ने कहा कि आंकड़े कहां से आए क्योंकि याचिकाकर्ता का कहना है कि 60 लाख लीटर पानी की जरूरत होगी।

6 मैचों के लिए 4.80 लाख लीटर पानी की जरूरत : चिदंबरम

वहीं, चिदंबरम ने कहा कि महाराष्ट्र में 6 मैचों के लिए 4.80 लाख लीटर पानी की जरूरत होगी और इसके लिए टैंकर की व्यवस्था की गई है। इससे पीने के पानी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन चीफ जस्टिस ने कहा कि आप ट्रीटमेंट वाला पानी टैंकर से मंगाने को तैयार हैं तो क्या हम सभी स्टेडियम में पानी की सप्लाई काट सकते हैं और कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर ये निगरानी करा सकते हैं कि किसी भी स्टेडियम में सप्लाई का एक बूंद पानी भी इस्तेमाल ना हो। लेकिन सिंघवी ने कहा कि लोगों के लिए टायलेट और पिच के लिए को पानी की जरूरत पड़ेगी।

पानी की कमी है – सुप्रीम कोर्ट

इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पानी की कमी है और ऐसे में विवाद में पड़ने की जरूरत नहीं। बेहतर होगा कि आप मैच बाहर ले जाएं। दरअसल महाराष्ट्र में सूखे के चलते आईपीएल के मैचों को राज्य से बाहर कराने के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन और मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा था।

एमसीए की ओर से सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पिछली सुनवाई में उन्होंने अदालत में कहा “हम महाराष्ट्र के लोगों के खिलाफ नहीं हैं और हमारी उनसे पूरी सहानुभूति है”।

30 अप्रैल तक ही आईपीएल मैच

दरअसल बॉम्बे हाईकोर्ट ने पिछले सप्ताह एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए अपने अहम फैसले में कहा था कि सूखाग्रस्त महाराष्ट्र में 30 अप्रैल तक ही आईपीएल मैच कराए जा सकेंगे और इसके बाद के मैचों को राज्य से बाहर कराना होगा। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद 13 मैच महाराष्ट्र से बाहर होंगे, जिनमें दो प्लेऑफ और 29 मई को मुंबई में होने वाला फाइनल भी शामिल है। महाराष्ट्र में मुंबई के अलावा पुणे और नागपुर में भी आईपीएल मैच हो रहे हैं।

हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने 1 मई का पुणे में होने वाला मैच वहां कराने की मंजूरी दे दी। जिसके बाद अब हाईकोर्ट के फैसले से प्रभावित मैचों की संख्या 12 हो गई है। हालांकि सिंघवी ने कहा कि देशभर में पानी की दिक्कत है ऐसे में मोहाली में भी मैच हो रहा है। कोर्ट ने कहा कि मोहाली पंजाब में है। आप बाहर मैच करा लीजिए।