अभिषेक रंजन सिंह

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में आज दोपहर डेढ़ बजे नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला कर दिया। इस हमले में सीआरपीएफ के 26 जवान शहीद हो गए, जबकि कई जवान इस हमले में गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद सुरक्षाबलों में इलाके में सर्च अभियान तेज कर दिया है। मारे गए सभी जवान सीआरपीएफ की 74 बटालियन के थे। नक्सलियों ने सीआरपीएफ के जवानों का हथियार भी लूटकर ले गए। खबरों के मुताबिक, नक्सलियों ने यह हमला चिंतागुफा स्थित बुर्कापाल में किया। अधिकारियों के अनुसार, सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। इसी दौरान पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। सीआरपीएफ के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोनों तरफ से काफी देर तक फायरिंग चलती रही। जिसमें सीआरपीएफ के 26 जवानों की मौत हो गई। हालांकि, अभी तक किसी नक्सली के मारे जाने की खबर नहीं है, लेकिन दोनों तरफ से चली गोलीबारी में कई नक्सलियों के मारे जाने के आसार हैं।

गौरतलब है कि कि सुकमा जिला नक्सलियों का पुराना गढ़ रहा है। नक्सलियों ने यहां पहले भी सुरक्षाबलों पर हमले किए हैं। जिसमें सीआरपीएफ के कई जवानों को शहीद होना पड़ा। इसी साल 11 मार्च को भी नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षा बलों पर हमला किया था, जिसमें अर्द्धसैनिक बलों के 12 जवान शहीद हो गए थे। इसके पहले 10 मार्च को नक्सलियों ने सुकमा में मुखबिर होने के संदेह में एक ग्राम पंचायत सरपंच की हत्या कर दी थी। छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से काफी प्रभावित रहा है। राज्य के बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा और कांकेर में आए दिन नक्सली हमले होते रहे हैं। साल 2013 में इसी इलाके में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल और महेंद्र कर्मा समेत कई लोगों की मौत हो गई थी।

दिसंबर 2014 में भी सीआरपीएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया था। यह हमला उस समय हुआ जब सुकमा जिले के चिंतागुफा इलाके में सीआरपीएफ के जवान एंटी-नक्सल ऑपरेशन अभियान चला रहे थे। नक्सलियों के इस हमले में 14 जवान शहीद हुए थे, जबकि 12 जवान घायल हुए थे।