वाराणसी, एजेंसी

लगातार दो बार टलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचते ही सबसे पहले जनधन योजना का रुपये कार्ड बांटा अौर हरी झंडी दिखाकर ई-रिक्शा अौर साइकिल रिक्शा वालों को रवाना किया। उन्होंने आम जनता से अपील की कि आप मुझे कुछ भी कह लो लेकिन अपने बच्चों को पढ़ने के लिए जरूर भेजो। विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने ये भी कहा कि पचास सालों में वे गरीबों के बैंक खाते नहीं खोल पाए आज हमने खोला है तो वे पूछ रहे हैं कि कितने खाते चल रहे हैं हिसाब दो।

कैंटोमेंट के मल्टीपरपज ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने इस योजना को कौशल विकास से जोड़ा। मोदी ने कहा कि आज यहां जो कार्यक्रम हो रहा है, ये एक ऐसी शुरुआत है जो काशी के भाग्य को बदलेगा। गरीब से गरीब व्यक्ति पहले जितना परिश्रम करके कमाता था, ई-रिक्शा से उससे कम परिश्रम करके अब ज्यादा कमा सकता था।उन्होंने 101 ई रिक्शा बांटा। इसके अलावा 501 साइकिल रिक्शा भा बांटा।

मोदी ने कहा, आज अगर जो मजदूरी कर रहा है उसको हुनर सिखा दिया जाए तो उसका भाग्य बदल जाएगा। वह देश की अर्थ नीति को भी बल देता है। तकनीक से गरीबों का जीवन बदलने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने एक ई रिक्शा वाले से पूछा क्या ये चला पाओगे।

रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए कहा, काशी कैसी है। बाहर से आने वाले का पहला परिचय यहां के रिक्शेवाले से होता है। इसीलिए रिक्शाचालकों को बदलने की शुरुआत की। आज ई रिक्शा चलाने वाला बोलता है कि वो बाहर से आने वाले पर्यटकों को पूरे काशी के बारे में बता सकता है। ई रिक्शा से काशी का भाग्य बदलेगा। दो साल में पैसे चुका कर वे रिक्शा के मालिक बन जाएंगे। सभी से आग्रह करता हूं मुझ पर नाराजगी जतानी है तो जता लेना लेकिन बच्चों की पढ़ाई कभी मत रोकना। गरीबी से पार पाना है तो पढ़ाई से मुंह नहीं मोड़ना। बच्चों को पढ़ाने में कोई समझौता न करें।