एन चंद्रशेखरन ने मंगलवार को पहले गैर पारसी चेयरमैन के रूप में टाटा संस की कमान संभाल ली। उन्होंने 21 फरवरी को दोपहर में बॉम्बे हाउस में ग्रुप का कामकाज संभाला। इस दौरान वहां रतन टाटा भी मौजूद थे। बता दें कि सायरस मिस्त्री को हटाने के बाद 12 जनवरी को चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया था। पद संभालते ही उन्होंने ग्रुप के कर्मचारियों को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने कर्मचारियों से ग्रुप को आगे ले जाने के लिए सभी का साथ मांगा।

चंद्रा ने क्या लिखा पत्र में..

“टाटा ग्रुप की 150 साल पुरानी विरासत की जिम्मेदारी संभालना मेरे लिए गौरव की बात है। मैं टाटा परिवार का हिस्सा बनकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मैं ग्रुप की सभी कंपनियों के साथ मिलकर काम करने की कोशिश करूंगा और ग्रुप को साथ लाने की कोशिश करूंगा ताकि न सिर्फ बिजनेस के लिहाज से बल्कि एक सोसाइटी के लिहाज से भी हम असर डाल पाएं। हमारे ग्रुप की कंपनियां हमेशा से ही ऐतिहासिक रूप से आगे रही हैं फिर वो चाहे बिजनेस की बात हो या फिर समाज की। हम साथ मिलकर काम करेंगे ताकि बिजनेस के बेहतर प्रदर्शन को सामने लाया जा सके। पूरे भारत और विश्व में हमारा ग्रुप लोगों का दिल और दिमाग रहा है। मैं अपने दिमाग में हमेशा यह बात रखूंगा कि हम हर उस चीज को करेंगे जिसे करने की हमें जरूरत है ताकि उन लोगों को खुश कर सकें जो कि ग्रुप पर गर्व करते हैं। मैं अपनी नई भूमिका के लिहाज से आने वाले वर्षों में ग्रुप की सभी संभावनाओं को देखूंगा और मैं सभी का समर्थन चाहता हूं ताकि सामूहिक रूप से इसे साकार किया जा सके, आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद।”