नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के डीएसपी तंजील अहमद की पत्नी फरजाना का बुधवार को एम्स हॉस्पिटल में निधन हो गया। बिजनौर में घटना वाले दिन बदमाशों ने ताबड़फोड़ फायरिंग कर तंजील की हत्या कर दी थी। घटना में पत्नी को भी तीन गोलियां लगी थीं। पहले उनका इलाज नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में हो रहा था लेकिन बाद में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक फरजाना ने सुबह 11.10 पर आखिरी सांस ली।उनका अंतिम संस्कार शाम 6.30 बजे जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस कब्रिस्तान में किया गया।इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा मुनीर अभी भी फरार है।

फरजाना के पेट से एक गोली आरपार हो गई थी। जबकि एक-एक गोली हाथ व पैर को छूती हुई निकल गई थी। फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन के अनुसार परिवारवालों के अनुरोध पर फरजाना खातून को एम्स भेज दिया गया। उनकी हालत में आंशिक सुधार था। फरजाना के देवर मोहम्मद रागिब ने बताया कि मुझे ऐसा लगा कि दो दिनों से उनका चेहरा प्रभावहीन हो रहा था। उनके हाथ हिलाने के बाद आंखें पूरी तरह से नहीं खुल पा रही थी। ऐसे में हमने फोर्टिस के डॉक्टरों से एम्स में इलाज के लिए भेजने का अनुरोध किया था।

एनआईए ने एक बयान जारी कर बताया कि उसके दिवंगत अधिकारी तंजील अहमद की पत्नी ने एम्स में दम तोड दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार हत्याकांड के पीछे निजी रंजिश थी। मंगलवार को हत्या के आरोपी जुनैल उर्फ़ जैनी ने बताया था कि तंजील अहमद के साथ हमारी कोई दुश्‍मनी नहीं थी। हमें मुनीर ने उकसाया था। वहीं दूसरे आरोपी रेहान ने कहा कि मुनीर हत्या की असली वजह जानता है लेकिन अहमद का व्यवहार हमारे प्रति अच्छा नहीं था। बताया जा रहा है कि मुनीर को शक था कि तंजील अहमद उसके बारे में काफी कुछ जानते थे। मुनीर एक डकैती में भी शामिल रहा है। पुलिस मुनीर के लिए लुकआउट नोटिस भी जारी कर चुकी है ताकि वह देश छोड़कर भाग नहीं सके। मामले को लेकर सभी एयरपोर्ट और बंदरगाह को आगाह कर दिया है।

मंगलवार को यूपी पुलिस ने खुलासा किया था कि तंजील अहमद की हत्या के पीछे निजी रंजिश वजह थी। तंजील अहमद की हत्या करने के पीछे मुनीर का मकसद बदला लेना था।