ओपिनियन पोस्‍ट।

बिहार के भोजपुर जिले में महिला को दिनदहाड़े वस्‍त्रहीन कर पीटने और उसे सरे बाज़ार घुमाने के मामले में पुलिस ने 360 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। नामजद 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने राजद नेता कौशल किशोर यादव को भी गिरफ्तार किया है। सभी गिरफ्तारियां बिहियां के जमुआ गांव से हुई हैं।

इलाके में तनाव को शांत करने के लिए आसपास के सभी थानों की पुलिस को बिहिया में तैनात कर दिया गया है। महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में पुलिस की लापरवाही पर बिहिया थाने के प्रभारी कुंवर गुप्ता समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

सोमवार की शाम रेलवे ट्रैक के पास एक युवक का शव मिला था। उससे नाराज ग्रामीणों ने आक्रोश में बिहियां की कई दुकानों और वाहनों में आग लगा दी थी। आरोप है कि युवक की हत्या के लिए बिहिया बाजार के रेड लाइट इलाके में रहने वाला एक परिवार जिम्मेदार है। इसी शक में भीड़ ने रेड लाइट इलाके पर हमला बोल दिया और 5 घरों में आग लगा दी।

इतने पर भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ, तो उन्होंने उस परिवार की उस महिला को खींचकर बाहर निकाला जिसके ऊपर युवक की हत्या का आरोप है। उसे निर्वस्त्र कर उसकी जमकर पिटाई की। महिला की पिटाई करने के बाद लोगों ने उसे बिहिया बाजार में 1 घंटे तक नग्नावस्था में घुमाया। महिला रो-रो कर खुद को बेगुनाह बता रही थी लेकिन आक्रोशित ग्रामीण कुछ भी सुनने को राजी नहीं थे।

हद तो तब हो गई जब मौके पर मौजूद बिहिया थाने के अधिकारी और पुलिस वाले इस दौरान मूकदर्शक बने रहे और उपद्रवियों को उत्पात मचाने दिया। इसके बाद देर शाम गुस्साए लोगों ने बिहिया रेलवे स्टेशन से गुजर रही तीन ट्रेनों पर भी हमला बोल दिया। उन्‍होंने जमकर पत्थरबाजी की। भीड़ पर काबू पाने के लिए शाम को पुलिस ने फायरिंग की।

मारे गए युवक की पहचान विमलेश साव के रूप में हुई थी। युवक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसकी गर्दन की हड्डी टूटी हुई है, जिससे साफ है कि उसकी हत्या की गई थी। हत्या किसने और क्यों की,  पुलिस इसी की जांच कर रही है।

ग्रामीणों का आरोप है कि युवक की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक के पास जानबूझकर फेंका गया। दूसरी ओर विमलेश साव के परिजनों का कहना है कि विमलेश परीक्षा देने आया था। उसे दो लोगों ने मार कर रेलवे ट्रैक के पास फेंक दिया।

मंगलवार को सुबह भोजपुर के डीएम और एएसपी ने पीड़ित महिला से पूछताछ की। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने वाले किशोरी यादव को पहचान के लिए पीड़िता के सामने पेश किया गया। पीड़िता के बेटे ने न्याय की गुहार लगाई है।