देश की राजधानी दिल्ली में 23 अप्रैल यानी कि कल एमसीडी चुनाव होने हैं जिसके लिए सभी पार्टियां जोर शोर से जनता को लुभाने के प्रयास कर चुकी हैं। दिल्ली में इस बार मुख्य तौर से दो नहीं बल्कि त्रिकोणीय मुकाबला है जिसमें बीजेपी, कांग्रेस, AAP मुख्य पार्टियां हैं।
MCD क्या है और इसमें कितने वार्ड हैं आईये आपको बताते हैं-
MCD का मतलब है म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली यानी कि दिल्ली नगर निगम हालांकि राजधानी दिल्ली में 3 नगर निगम हैं जो इस प्रकार हैं-
- नई दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल
- म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली (MCD)
- दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड
इनमें से एमसीडी के चुनाव हो रहे हैं जो 23 अप्रैल यानी की कल हैं। बताते चलें कि साल 2012 में एमसीडी को तीन हिस्सों में बांट दिया गया-
- नॉर्थ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन- NDMC (104 वॉर्ड)
- साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन- SDMC (104 वॉर्ड)
- ईस्ट दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन- EDMC (64 वॉर्ड)
कुल मिलाकर एमसीडी में 272 वॉर्ड हैं, जिन पर कल चुनाव होने हैं। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 68 एमसीडी में आते हैं। जिला स्तर पर बात करें तो 11 जिलों में से 8 जिले एमसीडी के अंदर आते हैं। एमसीडी के अंदर दिल्ली की 1 करोड़ से ज्यादा आबादी आती है। इस लिहाज से एमसीडी दुनिया की दूसरे नंबर की नगर निगम मानी जाती है।
पूरा MCD क्षेत्र 12 मंडलों में बंटा हुआ है-
- मध्य
- दक्षिण
- करौल बाग
- सदर पहाड़गंज
- पश्चिम
- सिविल लाइंस (दिल्ली)
- शाहदरा दक्षिण
- शाहदरा उत्तर
- रोहिणी
- नरेला
- नजफगढ़
- एमसीडी के काम क्या हैं ?
दिल्ली में एमसीडी और सरकार के बीच काम को लेकर अक्सर विवाद देखने को मिले हैं, ऐसे में हम आपको बताते हैं कि MCD का क्या अधिकार क्षेत्र है।
- टाउन प्लानिंग
- सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत अस्पतालों को चलाना
- क्षेत्र में साफ-सफाई सुनिश्चित करना
- जल संसाधनों के विकास के साथ जल निकासी को भी सुनिश्चित करना
- अपने-अपने क्षेत्रों के जन्म और मृत्यु का रिकॉर्ड रखना, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र देना
- एमसीडी के तहत प्राइमरी स्कूलों का संचालन
- ई-रिक्शा, रिक्शा और ठेलों का लाइसेंस देना और उनको नियमित करना
- हाउस टैक्स से लेकर दूसरे तरह के टैक्सों की वसूली का काम