मुंबई। सोने की शर्ट पहनकर गिनीज बुक में स्थान पाने वाले व्‍यापारी दत्ता फुगे की 14 जुलाई की रात हत्या कर दी गई। दो करोड़ की गोल्डन शर्ट पहनने वाले पुणे के दत्ता फुगे का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था और चाकुओं व पत्थर से कुचलकर उनकी हत्या कर दी। वह एक बर्थडे  पार्टी से घर लौट रहे थे। हमेशा 20  अंगरक्षकों से घिरे रहने वाले फुगे घटना के दौरान अकेले थे। संभवतः आरोपियों को पता चल गया था कि उनके साथ इस वक़्त अंगरक्षक नहीं हैं। पुलिस ने हत्या के आरोप में चार लोगों को हिरासत में ले लिया है। ‘गोल्ड मैन’ नाम से मशहूर फुगे की पत्नी सीमा फुगे ने पुलिस को बताया कि घर से अपहरण करने के बाद उनकी हत्‍या की गई।

सोने की शर्ट पहनने से मशहूर हुए पुणे के 48 वर्षीय व्‍यापारी दत्ता फुगे का मामला पैसे के लेनदेन से संबंधित बताया जा रहा है। मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि हत्या के पीछे रूपयों का लेन-देन एक वजह हो सकती है।

बता दें कि कुछ साल पहले एक करोड़ रूपये से अधिक की ‘सोने की शर्ट’ खरीदने पर दत्ता फुगे सुर्खियों में आए थे। फुगे ने 2012 में करीब 3.5 किलो सोने से बनी 1.27 करोड़ की ‘सोने की शर्ट’ पहनी थी।  उसके बाद शहर में चर्चा का बाजार गर्म हो गया था। पुलिस ने बताया कि पत्थरों और धारदार हथियारों से लैस कम से कम 12 लोगों ने 14 जुलाई की रात करीब साढ़े 11 बजे यहां के दिघी इलाके के एक खुले मैदान में फुगे पर हमला कर दिया। घटनास्थल पर ही उन्हें मार दिया गया। दिघी थाना के इंस्पेक्टर नवनाथ घोगरे ने बताया, ‘प्रारंभिक सूचना के मुताबिक फुगे और उनके बेटे को संदिग्धों में एक ने ही जन्मदिन मनाने के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि फुगे खुले मैदान में कैसे पहुंच गए जहां उनकी हत्या की गई।’

पुलिस के अनुसार, ‘जन्मदिन’ आमंत्रण पर फुगे का 22 वर्षीय बेटा भी घटनास्थल पर पहुंचा था। उसने अपने पिता की हत्या होते हुए देखी। हमलावरों ने उसे कुछ नहीं कहा। पिम्परी-चिंचवाड नगर निगम के पूर्व पार्षद के पति दत्ता फुगे कर्ज देने और चिट फंट का कारोबार करते थे।