करीब 6 हफ्तों के बाद देशभर में जारी जौहरियों की हड़ताल खत्म करने का ऐलान औपचारिक तौर पर बुधवार दोपहर कर दिया गया। उत्तर प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि अगले कदम का फैसला लिए जाने तक दुकानें खुली रहेंगी।

संगठन के महासचिव रविंद्र नाथ रस्तोगी  के मुताबिक दुकानें अगले 12 दिनों के लिए यानि 24 अप्रैल तक खुली रहेंगी। सरकार को इस दिन तक फैसला लेना है। रस्तोगी ने कहा कि शुल्क वापस करने की हमारी मांग यदि नहीं मानी जाती है तो हम अगले कदम के बारे में फैसला लेंगे। उत्पाद शुल्क के विरोध में पिछले कई दिनों से हड़ताल कर रहे यूपी के ज्वैलर्स ने सरकार के रवैये से परेशान आकर अब हड़ताल कुछ दिनों के लिए टालने का निर्णय लिया है।

लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महासचिव प्रदीप कुमार अग्रवाल ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली अपने फैसले को वापस नहीं लेने पर अड़े हुए हैं। ऐसे में आभूषण कारोबारी 25 अप्रैल से फिर से हड़ताल शुरू करेंगे। कारोबारी संघों के अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को दुकानें खोलने के संदेश लखनऊ के सभी समूहों और पूरे राज्य के सभी बाजारों को भेज दिए गए हैं।

राजस्थान सर्राफा संघ के अध्यक्ष सुभाष मित्तल ने कहा, ‘सरकार के इस आश्वासन कि वह उत्पाद शुल्क के क्रियान्वयन को सरल करेगी, सर्राफा कारोबारियों और कारीगरों ने अपनी दुकानें खोल लीं।’ उन्होंने कहा कि यदि मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो राज्य के सर्राफा कारोबारी फिर हड़ताल पर चले जाएंगे।

महाराष्ट्र के सर्राफा कारोबारियों ने 14 से 24 अप्रैल तक अस्थायी रूप से अपनी हड़ताल वापस ले ली है। महाराष्ट्र राज्य सर्राफ स्वर्णकार फेडरेशन के अध्यक्ष फतेहचंद रंका ने कहा, ‘हम अपनी मांगों को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मिल रहे हैं। हमारी मांगों में उत्पाद शुल्क के बजाय एक प्रतिशत वैट का अतिरिक्त भुगतान करना शामिल है।’

इस बीच, एसोचैम की रत्न एवं आभूषण पर राष्ट्रीय परिषद के चेयरमैन शंकर सेन ने कहा कि सर्राफा कारोबारी अगले कुछ दिन में अपनी हड़ताल वापस ले सकते हैं, क्योंकि सरकार ने आश्वासन दिया है कि अशोक लाहिड़ी समिति उनकी सभी मांगों पर विचार करेगी।