नई दिल्‍ली।

भारत प्रशासित कश्मीर में अनंतनाग लोकसभा सीट पर 25 मई को होने वाले उपचुनाव को फ़िलहाल रद्द कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि सभी राजनीतिक दलों की ओर से इसे टालने की अपील की गई थी। सत्ताधारी पार्टी पीडीपी ने तो धमकी दी थी कि अगर इन चुनावों को स्थगित नहीं किया गया तो वह अपनी उम्मीदवारी वापस ले लेगी। वहां स्थिति फिलहाल स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के अनुकूल नहीं है।

उपचुनाव पहले 12 अप्रैल को होने थे जो कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति के कारण 25 मई तक स्थगित कर दिए गए थे। आयोग ने सोमवार को देर रात आदेश जारी कर कहा कि पर्याप्त सुरक्षा कर्मी उपलब्ध न होना चुनाव प्रक्रिया रद्द करने का एक अन्य कारण है। 10 पन्नों के आदेश में कहा गया है कि चुनाव की नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी।

चुनाव आयोग ने इस अशांत इलाके में चुनाव कराने के लिए 73000 पैरामिलिटरी फोर्स (731 कंपनियां) तैनात करने की मांग की थी। इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि इतने कम समय में इतनी ज्यादा फोर्स तैनात करना संभव नहीं है। अब तक किसी संसदीय क्षेत्र में केंद्र सरकार 10 कंपनियां यानी 1000 सुरक्षाबल तैनात करती है। दिलचस्प बात यह है कि हाल ही में 5 राज्यों में हुए चुनावों के दौरान 70000 सुरक्षाबलों को तैनात किया था ।

9 अप्रैल को हिंसाग्रस्त श्रीनगर उपचुनावों के दौरान सुरक्षाबल और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 8 पत्थरबाज मारे गए थे और कुल 7 प्रतिशत ही मतदान हुआ था। जम्मू कश्मीर में जारी अशांति के बीच राज्यपाल एनएन वोहरा ने सोमवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उनके साथ राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की और उठाये गये कदमों की समीक्षा की।

जम्मू कश्मीर में नौ अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए हुए मतदान के दौरान हिंसा भड़क गयी थी जिसमें राज्य में 200 से अधिक घटनाओं में आठ लोगों की जान चली गयी। अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम आते हैं, जो सबसे अधिक हिंसा वाले इलाक़े हैं। आयोग ने पत्थरबाज़ी और विरोध प्रदर्शन की घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा है कि घाटी में स्थिति ठीक नहीं है और जब अनुकूल स्थिति होगी तो चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

सर्दी ख़त्म होने के साथ दक्षिण कश्मीर में हिंसा बढ़ी है। पिछले हफ्ते चरमपंथी हमले में सेना के दो अफ़सर मारे गए  जबकि बीते सोमवार को चरमपंथियों ने एक कैश वैन पर हमला कर बैंक के दो सुरक्षाकर्मियों और पांच पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी।

नौ अप्रैल को श्रीनगर उनपुचनाव के बाद घाटी में स्थिति बहुत तनावपूर्ण है और यहां कई दिनों तक इंटरनेट पर पाबंदी रही और स्कूल कॉलेज बंद रहे। आयोग ने अक्टूबर 2017 तक उपचुनाव कराए जाने की उम्मीद जताई है। यह सीट महबूबा मुफ़्ती के इस्तीफ़े के बाद ख़ाली हुई थी।