नई दिल्ली। ‌रिलायंस जियो के बाजार में आने के बाद डेटा टैरिफ में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं जिस रिलायंस जियो के 4जी की तारीफ करते कोई नहीं थक रहा उसकी असल स्पीड कितनी है।

वहीं ‌रिलायंस जियो ने एयरटेल, आइडिया, वोडाफोन जैसी दूसरी मोबाइल कंपनियों की तुलना में 4जी स्पीड कम रहने के ट्राई के आकलन पर सवाल उठाए हैं। कंपनी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि वेलकम ऑफर के दौरान इस तरह की तुलना ही बेतुकी बात है।

आजीवन फ्री वॉयस कॉल सेवा ऑफर करने वाले रिलायंस जियो को दूरसंचार नियामक ट्राई से राहत बड़ी राहत मिली है। दूरसंचार नियामक ट्राई ने कहा है कि टेलिकॉम बाजार में उतरी इस नई कंपनी का प्लान मौजूदा नियमों के अनुरूप है तथा यह भेदभावपूर्ण नहीं है।

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जियो देश के 5 बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर्स में सबसे स्लो 4जी डाउनलोड स्पीड देता है। जियो के लांच के समय मुकेश अंबानी का कहना था कि रिलायंस जियो 4जी सर्विस देशभर में सबसे तेज इंटरनेट सर्विस देगी। लेकिन आंकड़े मुकेश के दावों को खोखला साबित कर रहे हैं। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा हाल ही में लांच की गई माई स्पीड वेबसाइट द्वारा जारी आंकड़ों की मानें तो पूरे भारत में रिलायंस जियो की औसत 4जी डाउनलोडिंग स्पीड 6.2 एमबीपीएस है,  जो इसे देश का पांचवां सबसे तेज नेटवर्क साबित करती है।

अगर दिल्ली सर्किल की बात करें तो इसी मापदंड पर रिलायंस जियो का नेटवर्क तीसरे स्थान पर आता है लेकिन यहां स्पीड केवल 5.9 एमबीपीएस की ही मिलती है। ट्राई के इस एनालिटिक्स पोर्टल की 4जी इंटरनेट स्पीड लिस्ट में एयरटेल ने सबसे ऊपर अपनी जगह बनाई है।

इसमें एयरटेल की स्पीड 11.4 एमबीपीएस रिकॉर्ड की गई। जबकि, 7.9 मेगाबाइट प्रति सेकेंड की स्पीड के साथ दूसरे नंबर पर अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन रही। वहीं तीसरे नंबर पर आइडिया और चौथे पर वोडाफोन रहा। आइडिया की 4जी स्पीड 7.6  मेगाबाइट प्रति सेकेंड और वोडाफोन की स्पीड 7.3  मेगाबाइट प्रति सेकेंड रही। वहीं लिस्ट में सबसे नीचे पांचवें नंबर पर रिलायंस जियो रही। रिलायंस जियो की 4जी स्पीड 6.2 मेगाबाइट प्रति सेकेंड दर्ज की गई।

एयरटेल, आइडिया वोडाफोन पर 3,050 करोड़ का जुर्माना

दूरसंचारनियामक ट्राई ने रिलायंस जियो को पर्याप्त इंटर-कनेक्शन प्वॉइंट्स मुहैया न कराने पर तीन टेलीकॉम कंपनियों एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन पर कुल 3,050 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।

भारती एयरटेल और वोडाफोन इंडिया पर उनकी मौजूदगी वाले 22 सर्किलों में से जम्मू-कश्मीर छोड़कर शेष 21 में हर सर्किल के लिए 50-50 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। दोनों कंपनियों के लिए जुर्माने की कुल रकम 1,050-1050 करोड़ होती है। इसी तरह, आइडिया सेलुलर पर उसकी मौजूदगी वाले 20 सर्किलों में से हिमाचल प्रदेश छोड़कर शेष 19 में 50-50 करोड़ रुपये के हिसाब से कुल 950 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस जियो ने इन कंपनियों के खिलाफ पर्याप्त इंटर-कनेक्शन प्वॉइंट्स उपलब्ध न कराने की 14 जुलाई को शिकायत की थी।