आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने मोसुल की प्रसिद्ध झुकी हुई मीनार और उससे जुड़ी नूरा मस्जिद को विस्फोट कर उड़ा दिया है। इस मस्जिद में ISIS चीफ अबू बकर अल बगदादी 2014 में पहली बार लोगों के सामने पेश हुआ था।

बग़दादी ने जुलाई 2014 में यहां एक सभा में इस्लामिक राज स्थापित करने की घोषणा की थी। नूरा मस्जिद करीब 800 साल पुरानी है। 1172 में इस मस्जिद का निर्माण शुरू हुआ था।हालाँकि आईएस ने दावा किया है कि ये मस्जिद एक अमरीकी लड़ाकू विमान के हमले में नष्ट हुई। मगर अमरीकी सेना ने इससे इनकार किया है।

इस जगह के ऊपर से ली गई एरियल तस्वीरों से पता चलता है कि मस्जिद परिसर का ज़्यादातर हिस्सा नष्ट हो गया है। प्रतीकात्मक रूप से इस मस्जिद का महत्व आईएस और उसके ख़िलाफ़ लड़ रहे पक्ष दोनों के लिए है।

बता दें कि मोसुल में पिछले कुछ दिनों से भयंकर लड़ाई छिड़ी हुई है। 19 जून को ईराकी अधिकारियों ने शहर को अपने कब्जे में लेने के लिए आतंकी संगठन के खिलाफ हमले शुरू किए थे। इसी अभियान के दौरान वह शहर के सबसे प्रतीकात्मक अल-नूरी मस्जिद के पास थे और आईएस के आतंकियों ने इसे विस्फोटक से उड़ा दिया। ईराकी प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने कल कहा कि स्थल को नष्ट किया जाना मोसुल पर कब्जे की आठ महीने लंबी लड़ाई में जिहादियों की ओर से हार का औपचारिक ऐलान है।