ईरान ने भारतीय तेल कपनियों को दी जा रही छूट में कटौती कर दी है। माना जा रहा है कि ईरान ने ये कदम भारतीय कंपनियों के द्वारा तेल आयात में की गई कटौती के बाद उठाया है। ईरान ने भारतीय कंपनियों के लिए क्रेडिट पीरियड में कटौती के साथ साथ मालभाड़े में दी जा रही छूट भी कमी की है। यानी कि 80 फीसदी की छूट को घटाकर 60 फीसदी कर दिया है। यानी अब भारतीय तेल कंपनियों को दो महीने में ही तेल कीमत का भुगतान कर देना होगा। ईरान के इस कदम से भारत का तेल आयात अब महंगा हो जाएगा।

बता दें कि ईरान भारत से तेल की कीमत का भुगतान तीन महीने में लेने के अलावा समुद्री भाड़ा भी सामान्य दर का 20 प्रतिशत ही वसूलता है।

ईरान भारत का तीसरा बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता देश है। भारतीय कंपनियों में इंडियन ऑयल और मंगलूर रिफाइनरी एण्ड पेट्रोकेमिकल्स ईरान से कच्चे तेल की सबसे बड़ी खरीदार हैं।

 इन कंपनियों ने अपना आयात 50 लाख टन से घटाकर 40 लाख टन करने का फैसला किया है। साथ ही भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने भी आयात को 20 लाख टन से घटाकर 15-15 लाख टन करने का निर्णय लिया है।