हैदराबाद। इस साल जनवरी में दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद हैदराबाद विश्वविद्यालय में मंगलवार को एक बार फिर तनाव का माहौल रहा। विश्वविद्यालय के कुलपति पी. अप्पा राव के दो महीने की छुट्टी के बाद वापस लौटने का छात्रों ने जमकर विरोध किया।

छात्रों ने कुलपति पर शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या का दोषी होने का आरोप लगाते हुए उनके आवास में ही बने दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ की और उन्हें छह घंटों तक वहां बंधक बनाए रखा। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पथराव भी किया और कुछ मीडियाकर्मियों को भी निशाना बनाया।

आखिर में पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को वहां से हटाया। इस हंगामे के दौरान कथित रूप से एक महिला प्रोफेसर के सिर पर चोट आई है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह चोट कैसे लगी। कुलपति के संवाददाता सम्मेलन से कुछ मिनट पहले छात्रों ने उन पर हमला किया। कुलपति मीडिया को यह बताना चाहते थे कि उन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। जब छात्रों को जानकारी मिली कि कुलपति अप्पा राव कार्यभार ग्रहण करने आ रहे हैं, तो छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। छात्रों का कहना है कि राव की विश्वविद्यालय में वापसी को केंद्र सरकार का तानाशाही रवैया करार देते हुए कहा कि राव को निष्कासित किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि रोहित वेमुला की आत्महत्या को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान ही कुलपति अप्पा राव 24 जनवरी को छुट्टी पर चले गए थे।

क्या है रोहित वेमुला मामला?
आंध्र प्रदेश के गुंटूर का रहने वाला दलित छात्र रोहित सोशियोलॉजी में डॉक्टरेट कर रहा था। रोहित और आंबेडकर यूनियन के पांच दलित छात्रों पर एबीवीपी के एक एक्टिविस्ट पर अगस्त में हमला करने का आरोप लगा था। यूनिवर्सिटी ने शुरुआती जांच में पांचों को छोड़ दिया था। पर 21 दिसंबर को उनके हॉस्टल में जाने पर बैन लगा दिया गया। यूनिवर्सिटी के विरोध और आंबेडकर स्टूडेंट यूनियन के सपोर्ट में 10 ऑर्गनाइजेशंस ने भूख हड़ताल कर सस्पेंशन वापस लेने की मांग की थी। इसके बाद 17 जनवरी को रोहित ने फांसी लगा ली।
कन्हैया बुधवार जाएंगे हैदराबाद यूनिवर्सिटी
देशद्रोह के आरोपी और जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया बुधवार को हैदराबाद यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे। माना जा रहा है कि कन्हैया रोहित वेमुला के दोस्तों से मुलाकात करेंगे। उधर, यूनिवर्सिटी के अफसरों का कहना है कि कन्हैया को छात्रों से मुलाकात की मंजूरी नहीं दी गई है। अगर यह मीटिंग होती है, तो कन्हैया इसमें भाषण भी दे सकते है। सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग कैंपस के उस हिस्से में होनी है, जहां रोहित वेमुला के लिए टेम्पररी मेमोरियल बनाया गया है।