अभिषेक रंजन सिंह, नई दिल्ली।
पाकिस्तान के दक्षिण सिंध प्रांत में एक प्राचीन हिंदू मंदिर में तोड़-फोड़ की घटना सामने आई है।  स्थानीय पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार को थट्टा जिले के घारो गांव में घटित हुई। मंदिर के करीब एक नाले में कुछ हिंदू देवी-देवताओं की टूटी मूर्तियां भी मिली है। इस घटना के बाद स्थानीय हिंदू समुदाय में काफी आक्रोश है। हालांकि, पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घारो कस्बा सिंध की राजधानी कराची से 60 किलोमीटर दूर है। यहां कुल 2000 परिवार रहते हैं, जिनमें ज्यादातर हिंदू समुदाय के हैं।
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ ईश-निंदा और आतंकवाद का केस दर्ज किया है। सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री के अल्पसंख्यक मामलों के सलाहकार डॉ. खातो मल ने भी हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में हिंदुओं की सर्वाधिक आबादी सिंध प्रांत में ही है। अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं को यहां अक्सर निशाना बनाया जाता और उनके धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ की जाती है।
पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं के साथ अन्याय और जुल्म की खबरें अक्सर आती रहती हैं। खासकर हिंदू महिलाओं के साथ जबरन निकाह करने की भी घटनाएं होती रहती हैं। इस बाबत पाकिस्तान में पिछले दिनों एक कानून भी बना था, ताकि हिंदुओं के साथ कोई गलत बर्ताव न हो।