निशा शर्मा।

अमेरिका में आइकन के तौर पर पहचान बनाने वाले हेफ्नर का 91 साल की उम्र में देहांत हो गया। लास एंजेल्स के अपने घर में हेफ्नर अपनी आखिरी सांस ली। हेल्फर को नामी हस्ती बनाने में प्ले बॉय मैगजीन का बहुत बड़ा योगदान है, यह मैगजीन पुरुषों की जीवन शैली को लेकर 1953 में निकलनी शुरु हुई थी।

हेफ्नर के बेटे और प्लेबॉय इंटरपराइसिज़ के चीफ क्रिएटिव अफसर कूपर हेफ्नर का कहना है कि उनके पिता ने अपनी शर्तों पर अपनी जिंदगी जी जिसका प्रभाव लोगों पर देखऩे को मिला। वह कई सामाजिक और सांस्कृतिक आंदोलनों के पीछे की आवाज थी जहां वह बोलने की आजादी, लोगों के अधिकारों और सेक्चुअल आजादी की खुल कर वकालत करते थे। उन्होंने एक जीवन शैली और लोकाचार को परिभाषित किया जो इतिहास में सबसे पहचानने योग्य और स्थायी है।”

बेटे के अलावा हेफ्नर को ज्यादातर लोग एक झुर्रियों वाले कथानक के रूप में वर्णित करते हैं, जिसने पहली बार मरलिन मुनरो को नग्नता के तौर पर अपनी मैगजीन के कवर पेज पर केंद्रित किया था। यह मैगजीन का पहला संस्करण था जिसके जरिये हेफ्नर ने तहलका मचा दिया था। मैगजीन के लिए हेफ्नर ने कर्ज लिया था और एक साल पहले शुरु हुई इस मैगजीन को 500 डॉलर मे खरीदा था। कहा जाता है कि प्ले बॉय हवेली में हेफ्नर के साथ कई महिलाओं को देखा जा सकता था वह महिलाएं ऐसे भावों के साथ खुद को दिखाती थी जिससे लगता था कि वह लोगों के लिए सेक्चुअली एवीलेबल हैं।

हेफ्नर का जन्म चिकागो में 1926 में क्रिस्तानी परिवार में हुआ, उस दौरान द्वितीय विश्व युद्ध चल रहा था। हेफ्नर ने  स्नातक लिलिनओईस विश्वविद्यालय से किया। 1953 में हेफ्नर ने प्ले बॉय मैगजीन शुरु करने से पहले कॉपी राइटर के तौर पर कुछ दिन काम किया । मैगजीन का पहला संस्करण हेफ्नर के किचन से बनाया गया था, इस संस्करण के लिए आठ हजार डॉलर का कर्ज लिया गया था। हालांकि इस संस्करण की करीब 50,000 प्रतियां बिकी थी। जिसके बाद इसने सफलता की सीढ़ियां चढ़ना शुरु कर दी।

प्ले बॉय मैगजीन ने सैक्चुअली मुखर अभिव्यक्ति के तौर पर एक नाम बना लिया। हालांकि सैक्चुअल अप्रोच के चलते यह मैगजीन काफी विवादों से घिरी रही, विवादों ने भी इस मैगजीन का प्रमोशन किया, साथ ही यह बड़ा ब्रांड तब बनी जब इस ब्रॉंड के कपड़े, ज्वैलरी और कई चीजें बाजार में उतारी गई। इसके बाद करीब 20 देशों से यह प्रकाशित होने लगी। प्ले बॉय इंटरप्राइज़िज के मुताबिक मैगजीन की सालाना एक बिलियन कॉपी बिकती थी।

कहा जाता है कि प्ले बॉय मैगजीन को ब्रॉंड बनने में ज्यादा समय नहीं लगा। पहले साल ही मैगजीन का सर्कुलेशन दो लाख तक पहुंच गया था। इसके बाद हेफ्नर ने इसी ब्रॉंड के तहत पूरी दुनिया में क्लब खोलने शुरु कर दिये। इस क्लब में महिला वेटर को तड़क-भड़क वाले कपड़े और खरगोश के कानों वाली टोपी पहनने को दी।

मैगजीन ने जायने मैंसफिल्ड की नग्न तस्वीरें छापी जिसके बाद महिलावादी संगठनों ने अश्लीलता को लेकर हेफ्नर का विरोध किया, यही नहीं उन्हें गिरफ्तार भी किया गया। हालांकि उन पर अश्लीलता फैलाने का आरोप भी लगा।जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार भी किया गया हालांकि जूरी के फैसले तक पहुंचने में विफल होने के बाद हेफ्नर पर से आरोप हटा दिए गए थे।

बताया जाता है कि 1949 में हेफ्नर ने मिल्ड्रड विलियम से पहला विवाह किया। जिससे उसने 1959 में तलाक ले लिया तलाक के बाद हेफ्नर दिखावटी जीवन शैली की ओर जाने लगा इसी सिलसिले में उसने चिकागो में एक आलीशान घर खरीदा और उसके बाद लॉस एंजेल में दूसरा प्ले बॉय महल जहां वह वह आसानी से किसी को भी मिल जाता था। प्ले बॉय के इस महल में मैगजीन की कई मॉडल भी रहती थी।

कहा जाता है कि हेफ्नर ने तीन शादियां की थी, जिसमें से वह सिर्फ क्रिसटल के साथ रहा जिससे उसे चार बच्चे मिले। एक बार जब करीब 1992 में उससे पूछा गया था कि उसे अपनी किस बात पर गर्व है तो उसने कहा था कि मैंने सेक्स के लिए लोगों का नज़रिया बदला है।

जिन प्ले क्लब को हेफ्नर ने अपने ब्रांड के तौर पर खोला था उन्हे उसने 1988 में बंद कर दिया हालांकि 2006 में वह अपने ब्रांड को बाजार में वापिस लाया।

2015 में प्लेबॉय ने घोषणा की थी कि वह अब आगे से महिलाओं की नग्न तस्वीरों को अपनी मैगजीन का हिस्सा नहीं बनाएगा इसके पीछे उसने कारण बताया था कि अब इंटरनेट का जमाना है तस्वीरें आगे से आगे प्रसारित की जाती हैं। लेकिन अपनी घोषणा पर हेफ्नर ज्यादा समय तक कायम नहीं रहा 2017 में उसने फिर अपने अंदाज में वापसी की और कहा कि हम फिर लौटे हैं उस बात के साथ कि हम कौन हैं और क्यों थे।