ऐसा बहुत कम ही देखने में आया है कि किसी चर्चित मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली के प्रदेश संयोजक आशुतोष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से अलग लाईन पर बोलें। मगर सेक्स सीडी में फंसे मंत्री संदीप कुमार की बर्खास्तगी मामले में उन्होंने न सिर्फ केजरीवाल से अलग लाईन पकड़ी है बल्कि संदीप कुमार के बचाव में विवादित बयान भी दे डाला। तो क्या यह माना जाए कि आशुतोष अरविंद केजरीवाल के फैसले से खुश नहीं हैं या फिर उनका यह बयान पार्टी की स्टंटबाजी है।

संदीप कुमार की सेक्स सीडी बुधवार को टीवी न्यूज चैनलों पर प्रसारित होने के आधे घंटे बाद ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें महिला विकास और बाल कल्याण मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद गुरुवार को केजरीवाल ने मीडिया को दिए बयान में कहा था कि एक गंदी मछली थी जिसे हमने निकाल फेंका। मगर शुक्रवार को पार्टी के बड़े नेता आशुतोष ने न सिर्फ संदीप कुमार का बचाव किया बल्कि गांधी-नेहरू के बारे में भी आपत्तिजनक बयान भी दिया।

आशुतोष ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि संदीप ने कुछ भी गलत नहीं किया है। न तो उस महिला ने संदीप के परिवार के किसी सदस्य या पुलिस से इसकी शिकायत की। ऐसा भी नहीं है कि संदीप ने किसी काम की एवज में महिला पर ऐसा करने का दबाव बनाया हो। जब ऐसी कोई बात नहीं है और संबंध आम सहमति से बने हैं तो फिर संदीप के चरित्र पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं। संदीप ने किसी को ब्लैकमेल नहीं किया। वीडियो से साफ पता चलता है कि दोनों एक दूसरे को जानते हैं। उन्होंने इसके लिए कई मिसालें भी दी और कहा कि भारत के राजनीतिक इतिहास में संदीप जैसे कई उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि नेहरू जी (पंडित जवाहरलाल नेहरू) के भी कथित तौर पर कई महिलाओं से संबंध थे। पंडित नेहरू के सहकर्मियों से संबंधों की चर्चा होती है। एडवीना-नेहरू के संबंध की खूब चर्चा होती है। नेहरू जी के संबंधों पर चर्चा तो हुई लेकिन उनका सियासी करियर खत्म नहीं हुआ।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर भी सवाल उठाते हुए आशुतोष ने कहा कि गांधी जी के रिश्ते से कस्तूरबा गांधी परेशान थीं। गांधी जी और रवीन्द्र नाथ टैगोर की दूर की रिश्तेदार सरला चौधरी के भी संबंधों की कथित तौर पर चर्चा होती है। सरला को गांधी जी आध्यात्मिक पत्नी बताते थे। गांधी जी आखिरी दिनों में अपनी भतीजियों के साथ निर्वस्त्र सोते थे। समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लोहिया जी कहते थे कि महिला और पुरुष के बीच हर संबंध जायज है। पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भी सामाजिक और नैतिक दायरे से बाहर जाकर एक महिला से रिश्ते रहे हैं।