गुटखा

शराब के बाद अब बिहार में गुटखा और पान मसाला भी नहीं मिलेगा। शराबबंदी अभियान को लेकर काफी चर्चाओं में आई बिहार सरकार ने गुटखे और पान मसाले पर प्रतिबंध को फिर एक साल के लिए बढ़ा दिया है। 21 मई से एक साल तक राज्य में तंबाकू और निकोटिन युक्त गुटखा और पान मसाला को बनाने, बेचने और भंडारण करने पर पाबंदी बनी रहेगी।

गुटखे पर एक साल के लिए बढ़ाई पाबंदी

बिहार में गुटखा और पान मसाला पर यह पाबंदी पहले ही लगाई जा चुकी थी। हाल ही नीतीश सरकार ने इसे बनाए रखने और इसकी अवधि को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इसके पहले खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के मुताबिक बिहार में गुटखा और पान मसाला बनाना, बेचना, एक जगह से दूसरी जगह ले जाना, दिखाना और जमा करने पर पूरी पाबंदी है।

पाबंदी पर अमल के लिए तेज होगी छापेमारी

सरकार ने खाद्य विभाग को निर्देश दिया है कि पाबंदी पर सख्ती से अमल करवाने के लिए जांच और छापेमारी को तेज किया जाए। इस मामले में दोषी साबित होने पर अधिनियम के तहत कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है।

कैंसर और अन्य रोगों की वजह है तंबाकू

गुटखा, पान मसाला और तंबाकू के सेवन से लोगों कैंसर सहित कई दूसरी की बीमारी हो सकती है। इसके इस्तेमाल को रोकने या कम करने के लिए लंबे समय से सरकार और सामाजिक संगठनों की ओर से जागरूकता मुहिम चलाई जाती रही है। सरकार ने बीते 1 अप्रैल को ही बिहार में शराबबंदी लागू की थी। दिल्ली में भी गुटखे और पान मसाले पर प्रतिबंध लगा हुआ है। गुटखा और तंबाकू के इस्तेमाल से इंसान में कैंसर की बीमारी होने की संभावना ज्यादा हो जाती है।