9 जुलाई को देशभर में गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी जा रही है, हिन्दु धर्म के अनुसार यह दिन अपने गुरु की पूजा का होता है। हालांकि धर्मों का विज्ञान से कोई मेल नहीं होता। लेकिन इस बार अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने अपने ट्वीट पर गुरु पूर्णिमा का जिक्र किया है। नासा ने इस ट्वीट में पूर्णिमा के दिन चांद वाले को पूरी दुनिया में किन नामों से जाना जाता है इसका जिक्र किया है। जिसमें गुरु पूर्णिमा का नाम सबसे ऊपर है. इसके अलावा हे मून, राइप कॉर्न मून, थंडर मून नाम भी बताए गए हैं।  नासा ने इस पोस्ट के साथ ही चंद्रमा की एक खूबसूरत तस्वीर भी जारी की है।

क्यों मनाई जाती है गुरु पूर्णिमा-

आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरु पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरम्भ में आती है। ऐसा माना जाता है कि गुरु पूर्णिमा को गुरु की पूजा करने से ज्ञान, शांति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है। यह दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्मदिन भी है। वे संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे और उन्होंने चारों वेदों की भी रचना की थी। इस कारण उनका एक नाम वेद व्यास भी है। उन्हें आदिगुरु कहा जाता है और उनके सम्मान में गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है।