नई दिल्ली।

जांच एजेंसी एनआईए अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस (गिलानी) के उन शीर्ष सात नेताओं के मामले की जांच कर रही है जिन पर आतंकियों की आर्थिक मदद करने का आरोप है। एनआईए ने हुर्रियत के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी और उनके परिवार की कथित 14 संपत्तियों को चिन्हित किया है। इस तरह गिलानी की 150 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को जब्‍त किया जा सकता है।

दरअसल, एनआईए की नजर अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की संपत्ति को अपने कब्जे में लेने की है। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार, एनआईए की नजर अलगाववादी नेताओं के हवाला और बेनामी कारोबार पर है। इसमें कश्मीर में कई एजुकेशनल इंस्‍टीट्यूट, कृषि भूमि और कई फ्लैट शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली में भी कुछ फ्लैटों पर एनआईए की नजर है।

बता दें कि गिलानी लगातार अफजल गुरू को दिल्ली की तिहाड़ जेल से जम्मू-कश्मीर की जेल में शिफ्ट करवाने की कोशिशें कर रहा था। गिलानी ने उस समय इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस भी की थी। एनआईए की छापेमारी में पत्थरबाजी और टेरर फंडिंग से जुड़े कई अहम सबूत मिले थे।

ऑपरेशन हुर्रियत के खुलासे के बाद शिकंजे में आए अलगाववादी नेता नईम खान और बिट्टा कराटे की आवाज के नमूने लिए गए हैं। दोनों की लिखावट के भी नमूने लिए गए हैं। ये नमूने मंगलवार को लिए गए थे। ऑपरेशन हुर्रियत में हुर्रियत के कई नेताओं ने कबूल किया था कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है ताकि घाटी में अशांति का माहौल बनाए रखा जा सके।

हुर्रियत के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उनके परिवार पर एनआईए का शिकंजा कसता जा रहा है। बुधवार को गिलानी के छोटे बेटे नसीम को एनआईए के सामने पेश होना था। इससे पहले बड़े बेटे को भी पेश होना था, लेकिन वह तबीयत खराब होने के कारण पेश नहीं हो पाया था।

एक रिपोर्ट के अनुसार, गिलानी और उसके परिजनों की संपत्तियों में शैक्षणिक संस्थान, आवासीय घर, जम्मू और कश्मीर में खेती की जमीन, दिल्ली स्थित फ्लैट शामिल हैं। ये संपत्तियां कथित तौर पर गिलानी,  उनके बेटों नसीम,  नईम,  बेटी अनीशा,  फरहत, जमशिदा और चमशिदा के नाम हैं। अनीशा और फरहत गिलानी की दूसरी पत्नी की बेटियां हैं।

सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है बारामुला स्थित सोपोर का यूनीक पब्लिक स्कूल। सात एकड़ में फैले इस स्कूल की कीमत मार्केट में 30 करोड़ रुपये है। 2001 में स्कूल के लिए जमीन गिलानी के ही संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत को दान की गई थी। 2006 में 5.3 एकड़ जमीन गिलानी को और 2017 में 1.7 एकड़ जमीन गिलानी के बेटे नसीम को स्कूल के प्रिंसिपल जीएम भट्ट ने दी थी। भट्ट, यूनीक पब्लिक स्कूल चलाने वाले मिल्ली ट्रस्ट का आजीवन संरक्षक है।