तुर्की के इसतांबुल में हुए आतंकी हमले में किसी भारतीय के आहत होने की खबर नहीं है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस्‍तांबुल हमले में किसी भारतीय के मारे जाने की ख़बर नहीं है। मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने एक ट्वीट में कहा कि तुर्की स्थित भारतीय उच्‍चायोग वहां की सरकार और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के साथ संपर्क में है। मंत्रालय ने तुर्की में रह रहे भारतीयों की मदद के लिए आपात टेलीफोन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर हैं – 9 0 – 5 3 0 – 5 6 7 1 0 9 5 / 8 2 5 8 0 3 7 / 4 1 2 3 6 2 5। साथ ही अंकारा में भारतीय दूतावास के अधिकारी से 0 5 3 0 3 1 4 2 2 0 3 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।

सरकारी अधिकारी के मुताबिक मरने वालों में अधिकतर तुर्की के नागरिक थे। हमलावरों ने टर्मिनल के प्रवेश द्वार पर सुरक्षाबलों पर गोली चलाई। इसके बाद उन्होंने एक-एक कर खुद को उड़ा लिया।  तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिल्दिरिम ने कहा कि शुरुआती जांच से संकेत मिलते हैं कि इस हमले में इस्लामिक स्टेट गुट का हाथ है। उन्होंने हवाई अड्डे पर किसी भी तरह की सुरक्षा चूक से इनकार किया।

तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप्प इर्दोगान ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने मिलकर आतंकवाद का सामना करने का आह्वान किया है। पिछले वर्ष तुर्की में कई आतंकी हमले हुए थे। माना जाता है कि कुर्द विद्रोही और इस्लामिक स्टेट के आतंकी ये हमले करते रहे हैं।

तुर्की ने हाल ही में कुर्दिस्तान फ्रीडम हॉक्स पर प्रतिबंध लगाया गया है। अब आईएस भी सीधे हमलों पर उतर आया है। यानी तुर्की पर दोहरी मार।

इस बीच, अमरीका और फ्रांस के दूतावासों ने अपने नागरिकों को इस क्षेत्र से दूर रहने की चेतावनी दी है। बताया जाता है कि यह यूरोप का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है।