लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को देश के सबसे लंबे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का उन्नाव में लोकार्पण किया। इस मौके पर एक्सप्रेस वे पर वायु सेना के फाइटर प्लेन ने लैंड किया। उद्घाटन के मौके पर यूपी के सीएम अखिलेश ने कहा कि नेताजी ने इंजीनियरों से कहा था, पता नहीं आने वाले समय में समाजवादी पार्टी की सरकार होगी या नहीं। इसी सरकार में इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन होना चाहिए।

इस बीच सरकारी इंतजामों की पोल उस समय खुल गई, जब एक्सप्रेस वे पर एक कुत्ते के आ जाने से एक सुखोई विमान हाइवे को छुए बिना ही गुजर गया। उधर अखिलेश ने लोगों से अपील की कि गाड़ी चलाते हुए 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड लिमिट को पार न करें। उन्होंने राज्य के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल के कार्यक्रम में मौजूद न रहने पर भी अफसोस जताया।

अखिलेश ने कहा, ‘मुझे अफसोस है कि जिस अफसर ने एक्सप्रेव के लिए सबसे ज्यादा योगदान दिया, वही उद्घाटन के मौके पर मौजूद नहीं है।’ नवनीत सहगल का शुक्रवार को एक्सीडेंट हो गया था। फिलहाल उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के मौके पर अखिलेश के साथ उनके चाचा शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव और कैबिनेट मंत्री आजम खान भी मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिजवे का निर्माण 23 माह के रिकॉर्ड समय में किया गया है। एक्सप्रेस-वे आगरा से शुरू होकर फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, हरदोई, कानपुर, उन्नाव होते हुए लखनऊ तक पहुंचेगा।

आधा वक्त, धन और ईंधन बचाएगा एक्सप्रेस वे

उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि 302 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे के कारण आगरा से लखनऊ की दूरी तय करने में तीन से साढ़े तीन घंटे तक का वक्त कम लगेगा। दिल्ली से लखनऊ की दूरी तय करने में 5 से 6 घंटे का वक्त बचेगा। एक्सप्रेस वे शुरू होने से लखनऊ-दिल्ली का सफर तय करने में लगभग आधा वक्त लगेगा और उसी हिसाब से फ्यूल और धन की भी बचत होगी।

पहली बार एक्सप्रेस वे पर एयर स्ट्रिप

बांगरमऊ और गंज-मुरादाबाद के बीच के तीन किलोमीटर के स्ट्रेच को फाइटर जेट की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए चुना गया। उत्‍तर प्रदेश सरकार के मुताबिक, आपातकाल में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों के ऑपरेशन के लिए एक्सप्रेस वे पर देश के पहले एयर स्ट्रिप का भी निर्माण किया गया है।

 

हाल में अखिलेश यादव ने कहा था कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का काम रिकॉर्ड समय दो वर्ष में पूरा हुआ। इसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता। इतने कम समय में अब तक किसी भी सरकार ने इतनी तेजी से विकास नहीं किया है।