ओपिनियन पोस्ट ब्यूरो

एक समय था जब दिव्यांग समाज की मुख्यधारा में खुद को अकेला पाते थे और दूसरों की मदद के मोहताज रहते थे। मगर डिजिटल टेक्नोलॉजी ने इस पारंपरिक अवधारणा को तोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। सूचना और संचार तकनीक (आईसीटी) की मदद से दिव्यांग अब न किसी के मोहताज हैं और न ही शारीरिक दुर्बलता उनके लिए अभिशाप। दिव्यांगों को सशक्त बनाने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने में आईसीटी का बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है।

disability-2प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिव्यांगों के सशक्तीकरण के लिए एक्सेसिबल इंडिया कैम्पेन शुरू किया है। इसके तहत तकनीक के माध्यम से उन्हें सशक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही इस अभियान का मकसद राष्ट्र के विकास और निर्माण में दिव्यांगों की सहभागिता बढ़ाने की भी है। इसके लिए उन्हें कम कीमत पर विभिन्न तकनीक मुहैया कराये जाते हैं।

divyang1दिव्यांगों को सशक्त बनाने और उन्हें आईसीटी के जरिये मुख्यधारा में शामिल करने को लेकर उद्योग संगठन एसोचैम के तत्वाधान में तीसरे नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन मंगलवार को नई दिल्ली में किया जा रहा है। सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलौत और राज्य मंत्रियों रामदास आठवले व कृष्णपाल गुर्जर सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य हस्तियां इस कॉफ्रेंस में अपने वक्तव्य देंगे।