फिल्म पद्मावती पर विवाद को लेकर नायिका अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का कथन जज्बात में गुंथा हुआ है। राष्ट्रीय स्तर के एक अंगे्रजी दैनिक को दिए गए एक साक्षात्कार में दीपिका कहती हैं, ‘मैं पद्मावती की हिम्मत और ताकत को लेकर रोमांचित हूं। मैंने पद्मावती के रूप में एक मजबूत स्त्री के पात्र का निर्वाह किया है। आज की पीढ़ी को उनकी ताकत से प्रेरणा लेनी चाहिए। दीपिका कहती हैं, पता नहीं क्यों लोग इस फिल्म से खफा हैं? जबकि फिल्म तो लोगों को जोड़ने का काम कर रही है। लोग क्यों आखिर अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ हैं? पिछले सप्ताह आईएएनएस से बातचीत में दीपिका ने कहा, ‘हम केवल सेंसर बोर्ड के प्रति उत्तरदायी हैं और मैं जानती हूं व मेरा मानना है कि कोई भी चीज इस फिल्म की रिलीज को नहीं रोक सकती।’

एक राष्ट्रीय स्तर की साप्ताहिक पत्रिका को दिए गए साक्षात्कार में दीपिका यह कहते हुए काफी अवसाद में नजर आर्इं कि, ‘…. मैं काफी नर्वस हूं। अब तक मैंने जितनी भी फिल्में की हैं, उनमें से इस फिल्म में कुछ अलग बात है। यह फिल्म दिल या दिमाग से नहीं पूरे मन से बनाई गई है। हम सबके लिए यह एक भावनात्मक सफर रहा । उनका कहना था, ‘पद्मावती में बिना किसी टूल्स के अपनी परंपरा, अपने सम्मान और प्यार को सिर्फ एक्टिंग के जरिये पेश करना मेरे लिए चुनौतीपूर्ण रहा।’ पद्मावती को लेकर बढ़ते विरोध पर उनका कहना था, ‘इतनी अड़चनों के बावजूद फिल्म का प्रमोेशन और टेज्लर लांचिंग में मुझे लग रहा है कि कोई तो है जो हर कदम पर हमारी मदद कर रहा है। मैं पद्मावती को अपने आस-पास महसूस कर रही हूं….उन्हें जी रही हूं।’