मलिक असगर हाशमी

‘रॉक बाबा’ गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा का अब तक का जीवन विवादों से घिरा रहा है। खुद को रूहानी गुरु बताने वाले इस बाबा के छह म्यूजिक अलबम- चश्मा यार का, नेटवर्क तेरा लव का, इंसान, थैंक्यू फार दैट, लव रब से और हाइवे लव चार्जर और पांच फिल्में- एमएसजी द मेसेंजर, एमएसजी 2 द मैसेंजर, एमएसजी द वॉयरियर लायन हार्ट, हिंद का नापाक को जवाब, जड्डू इंजीनियर- आ चुकी हैं। छठी फिल्म के निर्माण की तैयारी थी कि साध्वी बलात्कार मामले में जेल भेज दिए गए।

राजस्थान के श्रीगंगानगर के मूल निवासी और 1990 में मात्र 23 वर्ष की उम्र में सिरसा के डेरा सच्चा सौदा की गद्दी संभालने वाले गुरमीत राम रहीम पर डांस, गाने को लेकर हमेशा उंगलियां उठती रही हैं। उनके ड्रेस भी रॉक स्टार वाले होते हैं। क्या कोई आध्यात्मिक गुरु करोड़ों के जेवरात पहन कर फिल्मी पर्दे पर हीरोइन के साथ ठुमके लगा सकता है? बाबा को गाने, बजाने के अलावा आइस स्केटिंग और टेनिस खेलने का भी शौक है। अपनी फिल्मों के गाने भी खुद ही लिखते और गाते हैं। अपनी फिल्मों के संगीतकार भी वह खुद ही रहे हैं। बाबा का सियासत में भी परोक्ष दखल रहा है। पिछले आम चुनाव में गुरमीत राम रहीम ने भाजपा का खुला समर्थन किया था। 2007 के चुनाव में डेरा सच्चा सौदा की मदद की आवश्यकता कांग्रेस को भी पड़ी थी। वैसे उसके सभी पार्टियों में सियासी दोस्त हैं। अलग बात है कि सजा सुनाए जाने के बाद से उसके सियासी दोस्तों के साथ ली गई तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर आलोचना का कारण बनी हुई हैं।
डेरा सच्चा सौदा की मानें तो गुरमीत राम रहीम के पांच करोड़ भक्त हैं जो हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली सहित देश के अन्य हिस्सों और अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया, अरब देशों से ताल्लुक रखते हैं। डेरा की कुल संपत्ति पांच से छह सौ करोड़ रुपये आंकी जाती है। बाबा रामदेव की तरह गुरमीत राम रहीम भी व्यापार में उतर गया है। वह औषधि के साथ साथ तेल-साबुन बेचने लगा है। नए डेरे का कैंपस इतना विशाल है कि एक समय में एक लाख लोग वहां रह सकते हैं। इस परिसर में सिनेमा हाल, पेट्रोल पंप, अस्पताल, स्कूल-कॉलेज, स्टेडियम से लेकर सारी सुविधाएं मौजूद हैं। गुरमीत राम रहीम की तीन बेटियां और एक बेटा है, जो उनके फिल्म निर्माण में हाथ बंटाते हैं। इन पर साध्वी यौन शोषण के आलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और एक साध्वी के भाई रणजी सिंह की हत्या कराने, जयपुर की एक महिला को लापता करने, साधुओं को नपुंसक बनाने का भी आरोप है। सिरसा में डेरा की स्थापना 1948 में शाह मस्तान बलूची ने की थी। उन्होंने 1960 में अपनी गद्दी शाह सतनाम को सौंप दी थी। फिर 23 सितंबर 1990 कोे अपनी यह जिम्मेदारी उन्होंने अपने शिष्य गुरमीत राम रहीम को सौंप दी। शुरुआती दौर में डेरा वास्तव में रूहानी शख्यिसत का अड्डा रहा, पर समय बीतने के साथ डेरा सच्चा सौदा का सब कुछ बदलता चला गया। अब तो अध्यात्म से अधिक कारोबार और फिल्मों को लेकर इसके चर्चे हैं।