ओपिनियन पोस्ट
नई दिल्ली। चुनाव चिन्ह हासिल करने के लिए एक बिचोलिये को करोड़ों की घूस देने के मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शशिकला के भतीजे और एआईएडीएमके के डिप्टी महासचिव टी टी वी दिनाकरण पर फंदा कसते हुए लुक आउट नोटिस जारी किया है।
सभी हवाईअड्डों और समुद्र बंदरगाहों को विवरण के साथ पुलिस को सतर्क कर दिया गया है और साथ के साथ इमिग्रेशन अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि धिनकरण उड़ान भरने की कोशिश कर सकता है। पुलिस कार्रवाई के अनुसार अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं कि एक अप्रवासी भारतीय देश से भागने की कोशिश कर सकता है जिस पर अपराधिक मुक़दमा दर्ज है।
संपर्क किए जाने पर, जायंट कमिश्नर (अपराध शाखा) प्रवीर रंजन ने इस कदम की पुष्टि की, लेकिन जारी जांच के हवाले से डीटेल्स साझा करने से इनकार कर दिया। दिनाकरण के करीबी ने इस बात की संभावना के बारे में बताया कि वे देश से बच निकलने की कोशिश कर सकते हैं।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने टी टी वी दिनाकरन पर रिश्वत के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। दिनाकरन पर पार्टी का चुनाव चिह्न पाने के लिए एक बिचौलिए से 60 करोड़ रुपये का सौदा करने का अारोप है। पुलिस ने बिचौलिए सुकेश चंद्रशेखर को एक करोड़ 30 लाख रुपये के साथ दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया था । हालाँकि दिनाकरन ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि वह किसी चंद्रशेखर को नहीं जानते हैं और न ही उन्होंने पार्टी चिह्न (दो पत्ते)को पाने के लिए किसी को पैसा दिया है।
यह पूछे जाने पर कि दिल्ली पुलिस ने सुकेश चंद्रशेखर को गिरफ्तार करके बड़ी रकम जब्त की है जिसे उन्होंने पार्टी के चुनाव चिह्न को पार्टी के पास बने रहने के लिए कथित रूप से उसे दी थी, उन्होंने कहा “ मैं किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं जानता हूं। यह पार्टी के खिलाफ किसी का षड़यंत्र है।” सूत्रों के अनुसार सुकेश चंद्रशेखर ने दिनाकरन से कहा था कि उसकी चुनाव आयोग में अच्छी पहुंच है और वह अन्नाद्रमुक (अम्मा) को उसका चुनाव चिह्न दिला देगा। इस काम के लिए दोनों के बीच 60 करोड़ रुपये का सौदा हुआ। जिसमें से एक करोड़ 30 लाख के साथ सुकेश पकड़ा गया। पूछताछ में सुकेश ने कहा कि ये पैसा दिनाकरन का है।