ढाका। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शुक्रवार रात उच्च सुरक्षा वाले गुलशन राजनयिक क्षेत्र स्थित लोकप्रिय रेस्तरां में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों ने हमला कर दिया और कई लोगों को बंधक बना लिया। यह हमला मुंबई हमले की तरह ही था। इस हमले के जवाब में सुरक्षाबलों ने लगभग 10 घंटे चली कार्रवाई में 6 आतंकियों को मार गिराया जबकि एक पकड़ लिया गया। सेना ने 13 बंधकों को छुड़ा लिया। छुड़ाए गए बंधकों में तीन विदेशी नागरिक शामिल हैं। आतंकियों के इस हमले में एक भारतीय सहित 20 विदेशी नागरिक मारे गए। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर जानकारी दी कि हमले में एक भारतीय लड़की तारुषि जैन की भी आतंकियों ने हत्या कर दी। स्वराज ने तारुषि के पिता से बात की है। हमले में मारे गए लोगों में ज्यादातर इटली और जापान के नागरिक हैं। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हमले की कड़ी निंदा की है।

निर्दोषों को मारने वाले मुसलमान नहीं
ब्रिगेडियर जनरल नईम अशफाक चौधरी ने सुरक्षाबलों की कार्रवाई खत्म होने के बाद मीडिया को बताया, ‘हमने 20 शव बरामद किए हैं। इनमें में से अधिकांश को धारदार हथियारों से मौत के घाट उतारा गया है।’  पीएम शेख हसीना ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने सराहनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि हमला करने वाले धर्म के दुश्मन हैं। ऐसे लोगों का धर्म सिर्फ हिंसा है। रमजान के पवित्र महीने में लोगों को मारने वाले मुसलमान कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की मीडिया कवरेज से नुकसान हुआ। हमने दुनिया के तमाम देशों में हुई आतंकी घटनाओं में मीडिया कवरेज से हुए नुकसान को देखते हुए इसकी कवरेज पर पाबंदी लगाई थी लेकिन कुछ निजी मीडिया चैनल लगातार कवरेज करते रहे, इससे देश को और इस ऑपरेशन को नुकसान हुआ। हसीना ने अपील की कि लोग कट्टर सोच का विरोध करें। हम ऐसी और घटनाएं नहीं होने देंगे।

dhaka2स्पेनिश रेस्टोरेंट होली आर्टिसन बेकरी में कई आतंकवादी नारे लगाते हुए स्थानीय समयानुसार शुक्रवार रात करीब 9.20 बजे घुसे थे और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी। इस रेस्तरां में अक्सर राजनयिक और विदेशी नागरिकों का आना जाना रहता है। इस हमले में आतंकियों ने विदेशी नागरिकों सहित कम से कम 20 लोगों को बंधक बना लिया था। बंदूकधारियों और बांग्लादेशी सुरक्षाबलों के बीच भीषण गोलीबारी हुई। गोलीबारी में शुक्रवार रात को ही दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और करीब 30 लोग घायल हो गए। यह बंधक संकट 13 घंटे तक चला।

आईएस की करतूत 
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक के माध्यम से इस हमले के करीब चार घंटे बाद इसकी जिम्मेदारी ली। बांग्लादेश पुलिस और अमेरिका की ओर से आईएस के शामिल होने की फिलहाल पुष्टि नहीं की गई है। हमलावरों ने रेस्तरां के अंदर से बम फेंके और रुक-रुककर गोलीबारी की। रेस्तरां के पास थोड़ी-थोड़ी देर में गोली चलने और विस्फोटों की आवाज सुनी गई। स्थानीय मीडिया की खबर के अनुसार, रेस्तरां के रसोईघर का एक कर्मचारी किसी तरह बाहर निकल आया तो उसने बताया कि कई सशस्त्र लोग रेस्तरां के अंदर आए और मुख्य शेफ को बंधक बना लिया।

बंधकों को टॉर्चर करते रहे आतंकी 

dhaka3चश्मदीदों ने बताया कि सभी आतंकवादी ‘अल्लाह हो अकबर’ का नारा लगाते हुए रेस्टोरेंट में घुसे थे। उन्होंने लोगों से कुरान की आयातों के बारे में पूछने के बाद उन्हें टॉर्चर करना शुरू कर दिया। बांग्लादेश पुलिस ने रातभर आतंकियों से बातचीत की लेकिन उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो पाई। रैपिड एक्शन बटालियन के प्रमुख बेनजीर अहमद ने कहा कि बंधकों को शांतिपूर्वक छुड़ाने की कोशिश शनिवार सुबह तक की जाती रही। सुरक्षाबलों ने रात भर आतंकवादियों से आत्मसमर्पण करने के लिए कहा लेकिन उनकी आवाज आतंकियों ने अनसुनी कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने सुबह कमांडो को उतारने का फैसला किया। शनिवार सुबह लगभग 10 बजे कमांडो ऑपरेशन और बचाव कार्य खत्म हो गया। इस दौरान तीन बम भी निष्क्रिय किए गए।

शुक्रवार को ही एक पुजारी की हुई थी हत्या
मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगरों पर आईएस के आतंकवादियों द्वारा हमले करने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को ही दिन में एक हिंदू पुजारी तथा एक बौद्ध नेता की आतंकवादियों ने निर्मम हत्या कर दी और एक हिंदू पर जानलेवा हमला किया। सात जून को पश्चिमी बांग्लादेश में 65 वर्षीय एक हिंदू पुजारी की हत्या कर दी गई थी। ज्यादातर हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठनों आईएस और अलकायदा ने ली है। हालांकि सरकार देश में उनकी मौजूदगी से इनकार करती रही है। पिछले महीने पुलिस ने इन हमलों पर रोक के लिए आतंकवाद के खिलाफ देशव्यापी धरपकड़ शुरू की थी।