दिल्ली के राजेन्द्र प्लेस मेट्रो स्टेशन में हुई लूटपाट के मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस  आरोपियों से लूट के पैसे बरामद करने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपियों में से एक मेट्रो का ही पुराना कर्मचारी है। खास बात यह है कि जो कर्मचारी इस हमले में घायल हुआ है, उसकी भी जांच की जा रही है।

माना जा रहा है कि DMRC अपनी छवि को खराब नहीं होने देना चाह रही है। जिसकी वजह से दिल्ली पुलिस पर अपराधी को जल्द से जल्द पकड़ने का दबाव था।  दोनों अपराधियों को देर रात अभियान के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।

पूर्व कर्मचारी ने रची थी साजिश

मेट्रो में लूट मामले में पकड़े गए दोनों आरोपियों का नाम पवन और सोनू है। पुलिस के मुताबिक पवन ने पूरी साजिश की योजना बनाई थी, उसने सोनू को बताया कि राशि बहुत बड़ी है और उसमें उसे हिस्सा मिलेगा। मेट्रो के पूर्व कर्मचारी पवन गोस्वामी को चार महीन पहले पीड़ित कुणाल किशोर के साथ विवाद को लेकर बर्खास्त किया गया था। खबर तो ये भी है कि घटना के 36 घंटे पहले करोलबाग मेट्रो स्टेशन पर पवन को सोनू के साथ देखा गया था। सोनू, पवन के बड़े भाई पंकज के साथ कॉल सेंटर में काम करता था।

कैश की थी जानकारी

लुटेरों को कंट्रोल रूम में रखे कैश की जानकारी थी और सीआईएसएफ की सुरक्षा जांच की खामियों का भी अंदाजा था। दिल्ली मेट्रो हमेशा आतंकियों के निशाने पर होती है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से सबसे बड़ी खामी यह मानी जा रही है कि आखिर कैसे लुटेरे सुरक्षा जांच के बाद भी चाकू लेकर अंदर दाखिल हो गए।

12 लाख रूपए की हुई थी लूट

राजेन्द्र प्लेस मेट्रो स्टेशन पर सोमवार को बदमाशों ने दिल्ली मेट्रो के एक कर्मी को चाकू मार दिया और उससे 12 लाख रूपया नकदी लूट ली। संदिग्धों ने स्टेशन के नियंत्रण कक्ष में जहां टिकट काउंटर बना हुआ है,  अधिकारी पर चाकू से हमला किया और नकदी लूट ली। यह स्टेशन सेन्ट्रल दिल्ली इलाके में  है और डीएमआरसी की ब्लू लाइन पर है। पुलिस के मुताबिक घटना सेवा शुरू होने से पहले सुबह करीब 5 बज कर 30 मिनट पर हुई।