नई दिल्‍ली । रियो ओलंपिक में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूकने वाली जिम्नास्ट दीपा करमाकर को राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार दिया जा सकता है। वहीं उनके कोच बिसेश्वर नंदी को भी द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिल सकता है। स्‍पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एसएआई) ने दीपा करमाकर और शूटर जीतू राय को खेल रत्‍न पुरस्‍कार देने को सिफारिश की है। इस पर फैसला गुरुवार को किया जाएगा।

वैसे तो इस वर्ष भारतीय टेस्ट क्रिकेट के कप्तान विराट कोहली देश के इस सबसे बड़े खेल पुरस्कार के प्रबल दावेदार हैं लेकिन विशेष परिस्थितियों में यह पुरस्कार एक से ज्यादा खिलाड़ी को भी दिया जा सकता है। दीपा करमाकर रियो ओलंपिक में वॉल्ट फाइनल में कांस्य पदक जीतने से मामूली अंतर से चूक गईं थीं। जिम्नास्टिक स्पर्धा में वॉल्‍ट फाइनल में दीपा चौथे स्‍थान पर रही थी। दीपा की इस उपलब्धि ने उन्हें देश के सर्वोच्‍च खेल पुरस्कार खेल रत्न के लिये प्रबल दावेदार बना दिया है। भारतीय ओलंपिक के इतिहास में 120 साल में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई भारतीय एथलीट जिमनास्टिक स्‍पर्धा के फाइनल तक पहुंचा। हर साल 29 अगस्‍त को खेल रत्‍न पुरस्‍कार दिया जाता है।

आम तौर पर जुलाई के अंत या अगस्त की शुरुआत में इन पुरस्कारों के लिए समिति गठित कर दी जाती है। लेकिन पांच से 21 अगस्त तक रियो ओलंपिक होने के कारण इस बार समिति का गठन नहीं किया गया और पुरस्कारों का मामला ओलंपिक की समाप्ति तक टाल दिया गया। जिमनास्टिक की वॉल्ट इवेंट में चौथे नंबर पर रहीं दीपा करमाकर के लिए बधाईयों का तांता लगा हुआ है। मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर दीपा को बधाई दी। उन्होंने लिखा, “त्रिपुरा की बेटी दीपा करमाकर को बधाई हो, खेल रत्न पुरस्कार के लिए।”