नई दिल्ली। नए साल से आपके लिए एटीएम-डेबिट कार्ड यूज करना महंगा हो गया है। आरबीआई ने नोटबंदी के बाद एटीएम-डेबिट कार्ड से होने वाले ट्रांजेक्शन पर दी गई छूट समाप्‍त कर दी है। इसके मद्देनजर सवाल उठता है कि डेबिट कार्ड से खरीदारी पर क्‍या असर पड़ेगा। हालांकि यह शुल्क बेहद कम है, फिर भी उत्पाद के स्वाभाविक दाम के अलावा अतिरिक्त भुगतान शायद ही कोई करना चाहेगा।

बनारस के शिवपुर निवासी धीरज कुमार चौबे का कहना है कि कैश न होने पर ही अब डेबिट कार्ड से खरीदारी करूंगा। कार्ड से खरीदारी पर चार्ज लगने से कैशलेस की ओर कदम बढ़ा रहे लोगों को सोचना पड़ेगा। यह बातें ने कही। प्राइवेट नौकरी कर रहे धीरज अभी तक घर के राशन, इलेक्ट्रानिक उत्पाद व कपड़ों की खरीदारी डेबिट कार्ड से ही किया करते थे। अब उनका कहना है कि कैश न होने पर या इमरजेंसी में ही डेबिट कार्ड का प्रयोग करेंगे।

डेबिट कार्ड से इलेक्ट्रानिक उत्पाद, कपड़े, राशन आदि की खरीद पर भी अब सर्विस चार्ज देना होगा। एक हजार रुपये की खरीद पर .25 प्रतिशत व एक हजार से दो हजार की खरीद पर .50 प्रतिशत सर्विस चार्ज वहन करना पड़ेगा।

नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद इस फैसले का विरोध कर रहे लोगों की नाराजगी और बढ़ गई है। इसकी वजह है एटीएम और डेबिट कार्ड ट्राजेक्शन पर लगने वाला चार्ज। बैंक अब एटीएम ट्रांजेक्शन पर पहले की तरह ही शुल्क वसूलेंगे। नोटबंदी के बाद एटीएम ट्रांजेक्शन पर लगने वाला चार्ज 31 दिसंबर तक माफ कर दिया गया था। केंद्र सरकार की ओर से ऐलान किया गया था कि किसी भी बैंक के एटीएम से पैसे निकालने पर किसी तरह का शुल्क देय नहीं होगा।

नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद आरबीआई की ओर से एटीएम से पैसे निकालने और अन्य कार्यों के लिए नए नियम लाए गए। वहीं ट्रांजेक्शन शुल्क को लेकर कोई बयान नहीं आया। मतलब साफ है कि बैंक अब एटीएम ट्रांजेक्शन पर चार्ज वसूलेंगे।

नोटबंदी से पहले लागू नियम के अनुसार लोग अपने डेबिट कार्ड के जरिये बचत खाते से किसी भी बैंक के एटीएम से 3 ट्राजेक्शन बिना किसी चार्ज के कर सकते थे। इससे ज्यादा किए जाने वाले ट्राजेक्शन पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और आईसीआईसीआई बैंक 15 रुपये चार्ज लिया करते थे। इनके अलावा ज्यादातर बैंकों में प्रति ट्राजेक्शन 20 रुपये चार्ज लगते थे।