देब दुलाल पहाड़ी।

केंद्रीय मंत्रालय सड़क परिवहन संस्थान (आईआरटीई) ने गुरुवार को दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में कमजोर सड़क उपयोगकर्ताओं’ पर तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन, एनएचटीएसए, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के साथ भागीदारी में रोड ट्रैफिक एजुकेशन (आईआरटीई) के तीन दिन का सम्मेलन आयोजित किया। बीपीआरडी, गृह मंत्रालय, एफआईए फाउंडेशन यू.के. , यूरोप के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग (यूएनईसीई), संयुक्त राष्ट्र के लिए आर्थिक, सामाजिक आयोग और यूएनईएससीएपी ने कार्यक्रम को आयोजित किया।

आईआरटीई के संयुक्त सचिव अभय दमले ने कहा “चालू वर्ष 2017 के पहले छमाही के दौरान सड़क दुर्घटना की मौतें कम हो गईं, 2017 में पिछले साल के दौरान सड़क दुर्घटनाओं के कारण 1.5 लाख खो गई थीं”

श्री दामले ने बताया कि “सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय देश में सड़क की मौत को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है और देश में घातक दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं। अगले साल के मध्य तक वाहनों में सुरक्षा उपायों में सुधार अनिवार्य मानते हुए रिवर्स सेंसर, एयरबैग, स्पीड इशारा और सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम, टू-व्हीलर्स के लिए इसी तरह के उपायों की योजना है “

भारत सहित 22 देशों के इंजीनियरों, आवागमन प्रबंधन और सुरक्षा पेशेवर, स्कूल परिवहन प्रबंधक, शिक्षाविद, पुलिस और पैदल यात्री सुरक्षा विशेषज्ञ दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में कमजोर सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा पर तीन दिवसीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।

इस सम्मेलन में प्रख्यात प्रतिनिधियों में डॉ. जेफरी माइकल, एसोसिएट प्रशासक, एनएचटीएसए, श्री. वस्तलीव, उप कार्यकारी सचिव यूएनईसीई, डॉ. ए.पी. माहेश्वरी, आईपीएस, बीपीआर और डी के महानिदेशक और श्री सोल बिलिंस्ले, कार्यकारी निदेशक, एफआईए फाउंडेशन शामिल रहे।