संपत्ति सलाहकार कंपनी सीबीआरई रिसर्च के ‘ग्लोबल प्राइम ऑफिस ऑक्युपेंसी कॉस्ट्स’ सर्वे के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली का मशहूर कनॉट प्लेस दुनिया का सातवां सबसे महंगा कार्यालय बन गया है। हालांकि, पायदान में वह एक स्थान नीचे आ गिरा है।  में मुंबई के बांद्राकुर्ला परिसर को 19वां और नरीमन पाइंट को 34वां स्थान मिला है।

कंपनी ने एक बयान में बताया, ‘नई दिल्ली में कनॉट प्लेस के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक में एक साल का किराया 149.71 डॉलर प्रति वर्ग फुट यानी 10061.26 रुपये है। इस तरह यह दुनिया का सातवां सबसे महंगा कार्यालय स्थान है।’

टॉप-5 में है कौन
इस सूची में सबसे ऊपर हांगकांग (सेंट्रल) है, जहां वाषिर्क आधार पर प्रति वर्ग फुट किराया 290 डॉलर यानी 19492.34 रुपये है।

सूची में दूसरे स्थान पर लंदन-सेंट्रल (वेस्ट ऐंड) का स्थान है, जहां सालाना किराया 262.29 डॉलर प्रति वर्ग फुट यानी 17632.45 रुपये है।

तीसरा स्थान बीजिंग की फाइनेंस स्ट्रीट है

चौथा स्थान बीजिंग के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक है।

पांचवा स्थान हांगकांग के वेस्ट कोलून का है।

टॉप-10 की सूची में टोक्यो के मारूनोउची-ओटेमाची, लंदन-सेंट्रल (शहर), न्यूयॉर्क का मिडटाउन मैनहैटन और शंघाई के पुडोंग शामिल हैं। पिछले साल दिसंबर में जारी की गई सूची में लंदन-सेंट्रल (वेस्टएंड) पहले स्थान पर, जबकि कनॉट प्लेस छठे स्थान पर था।