नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष चुने जाने में औपचारिकता ही रह गई है। नियुक्ति का अधिकार रखने वाली कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने सोमवार को उनसे सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने की अपील की। यह जानकारी बैठक के बाद वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने दी। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने पहली बार सर्वसम्मति से राहुल से अध्यक्ष पद संभालने की अपील की है। अभी तक निजी तौर पर पार्टी नेता राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग करते रहे हैं। उधर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा,  पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी,  मैं उसे निभाने के लिए तैयार हूं।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तबीयत खराब होने की वजह से बैठक से गैरहाजिर रहीं। उनकी जगह बैठक की अध्यक्षता राहुल गांधी ने की। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, चार घंटे तक चली बैठक में एंटनी ने राहुल से केंद्र की जनविरोधी नीतियों और सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ जनसंपर्क अभियान चलाने के लिए अध्यक्ष पद संभालने की अपील की। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत अन्य ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।

एंटनी ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता जल्द कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें सीडब्ल्यूसी की भावनाओं के बारे में बताएंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि सोनिया गांधी उन्हें इस मुद्दे पर निराश नहीं करेगी।

सोनिया गांधी वर्ष 1998 से ही पार्टी अध्यक्ष हैं। उन्होंने सीताराम केसरी से पदभार ग्रहण किया था। 46 वर्षीय राहुल गांधी जनवरी 2013 में जयपुर में कांग्रेस सत्र के दौरान पार्टी उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर पिछले कुछ वक्त से कयास लगाए जा रहे हैं।

एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर कभी भी सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाकर राहुल को अध्यक्ष चुना जा सकता है। 19 नवंबर से पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्म शताब्दी पर एक साल तक चलने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत कर रही है। ये कयास हैं कि इससे पहले राहुल पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी संभाल लेंगे।