अाेपिनियन पाेस्ट
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर राम रहीम मामले में पैदा हुए हालात पर सारी स्थिति की जानकारी दी। सीएम ने दावा किया की प्रशासन की ओर से स्थिति को काफी अच्छे तरीके से संभाला गया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कोई कानूनी चूक नहीं है, इसलिए कोई इस्तीफ़ा नहीं होगा। वहीं उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई प्रशासनिक फेरबदल भी नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने विपक्ष द्वारा इस्तीफे के सवालों पर कहा कि कोई कुछ भी कहे उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
बताते चलें कि 25 अगस्तर को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया था जिसके बाद सिरसा औऱ पंचकूला में डेरा समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया था जिसके मद्देनजर हरियाणा के कई जिलों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया था। जिसमें अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 250 लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी इसका असर देखा गया था।
फैसला आने से पहले पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार को फटकार लगाई थी। इसके बावजूद भी राज्य में हुई हिंसक घटनाओं में लोगों को जान गंवानी पड़ी। इस पूरे मामले के बाद खट्टर सरकार विपक्षियों के निशाने पर आ गई थी. विपक्षी पार्टियों ने सीएम खट्टर पर हमला बोलते हुए इस्तीफे तक की मांग कर दी थी। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष से हुई मुलाकात में दोनों नेताओं ने हरियाणा के हालात पर चर्चा की। विपक्ष का आरोप है कि हरियाणा सरकार ने इस स्थिति को अच्छे से नहीं संभाला जिसके चलते प्रदेश में ऐसे हालात पैदा हो गए।
अमित शाह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस पूरे मामले में हमारी सरकार ने काफी संयम से काम किया। उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी अध्यक्ष ने जानकारी मांगी थी, हमने दे दी है। उन्होंने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि हम अपने काम से पूरी तरह संतुष्ट हैं। जिसको इस्तीफा मांगना है वो मांगता रहे, हमने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में हमने कोर्ट के आदेश का पालन किया है।