कोरापुट (ओडिशा)। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि यदि नक्सली बिना शर्त हिंसा छोड़ दें तो केंद्र उनसे बातचीत करने को तैयार है। ओडिशा में माओवादी हिंसा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के बाद नक्सल प्रभावित इस जिले में संवाददाताओं से उन्होंने कहा , ‘‘मैं उनसे (माओवादियों) अपील करना चाहता हूं कि हिंसा का मार्ग छोड़ दें और मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। यदि वे बिना किसी शर्त के हिंसा छोड़ देते हैं तो सरकार उनसे बातचीत करने को तैयार है।’’

राजनाथ ने कहा कि लोकतांत्रिक ढांचे में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। माओवादियों को हथियार छोड़कर बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री एक दिन के ओडिशा दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी एवं विकास योजनाएं शुरू की हैं। माओवादियों को हथियार छोड़कर इन कार्यक्रमों के लाभ उठाने चाहिए।

उन्होंने माओवादियों के खिलाफ अभियान में ओडिशा सरकार, राज्य पुलिस, प्रशासन और अर्ध सैनिक बलों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘वे बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।’’ गृह मंत्री ने माओवादियों के खिलाफ अभियान की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, राज्य पुलिस, बीएसएफ, सीआरपीएफ और जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ दो घंटे बैठक की।

राजनाथ ने झारखंड में 18 फरवरी को चार माओवादियों के मारे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षा बल केवल आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हैं। सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 815 करोड़ रुपये की घोषित सूखा सहायता राशि में 214 करोड़ रुपये की संभावित कटौती की ओर ध्यान आकृष्ट किया था। राज्य को अनुपूरक बजट में सहायता मिलेगी।